
रीवा । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जिला मऊगंज के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हुई दुर्घटना में कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले एएसआई (25वीं बटालियन) श्री रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्व. गौतम के आश्रितों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शहीद रामचरण गौतम के पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा। यह
उनके बलिदान के प्रति श्रद्धा, आस्था और राज्य सरकार की परंपरा व कर्तव्य का प्रकटीकरण है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा
कि शहीद रामचरण गौतम की कर्तव्य परायणता और उनका बलिदान चिर-स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में घायलों के इलाज के लिए यथा योग्य व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मीडिया को जारी संदेश में यह विचार व्यक्त किए।
सख्त कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम पर हमले में पुलिस के एएसआई के शहीद होने पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि राज्य सरकार की शोक संवेदनाएं शोककुल परिजनों के साथ हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। घटना में घायल अन्य पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है।
क्षेत्र में धारा 163 लागू
मऊगंज जिले में शाहपुरा थाना अंतर्गत गड़रा गावं में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे शनिवार को
क्षेत्रीय तहसीलदार,थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में पुलिस के एएसआई रामचरण गौतम की
जवाबी कार्रवाई में मृत्यु हो गई। घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य
पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।