
हरियाणा। चुनाव आयोग ने मंगलवार को कांग्रेस के हरियाणा विधानसभा चुनाव में धांधली के आरोपों को खारिज कर दिया। चुनाव अयोग ने 1600 पेज के जवाब में आरोपों को निराधार,गलत और तथ्यहीन बताया।
आयोग ने कहा मतदान और मतगणना जैसे संवेदनशील समय के दौरान गैर जिम्मेदाराना आरोप लगाने से अशांति और अराजकता पैदा हो सकती है। आयोग ने पिछले एक साल में पांच मामलों का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी को नसीहत दी और कहा कि आरोप लगाने में सावधानी बरते और बिना किसी सबूत के आदतन हमला करने से बचे।
कांग्रेस की शिकायत खारिज
चुनाव आयोग ने कहा हरियाणा में चुनावी प्रक्रिया का प्रत्येक चरण दोषरहित था और कांग्रेस उम्मीदवारों या एजेंटों की निगरानी में किया गया। 26 विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारियों ने गहन पुनरू सत्यापन किया। सभी शिकायतों पर चुनाव आयोग के अधिकारियों से कांग्रेस को 1600 पृष्ठों का जवाब मिला। हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की शिकायतों को भी खारिज कर दिया।
कांग्रेस के क्या थे आरोप
कांग्रेस द्वारा हरियाणा चुनाव की मतगणना के दौरान ईवीएम पर 99 प्रतिशत बैटरी होने पर आशंका व्यक्त की गयी थी कि मशीन के साथ छेड़ छाड़ की गयी है। अधिकारियों पर जानबूझकर मतगणना प्रक्रिया में देरी करने का आरोप लगाया गया।
ईवीएम की बैटरी पर आरोप
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया था कि हिसारएमहेंद्रगढ़ और पानीपत से शिकायतें मिली हैं कि 99 प्रतिशत बैटरी वाली ईवीएम पर बीजेपी जीती जबकि 60-70 प्रतिशत बैटरी वाली ईवीएम पर कांग्रेस जीती। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि क्या आप इस साजिश को समझ गए हैं जहां ईवीएम में 99 प्रतिशत बैटरी थी वहां बीजेपी जीत गई। जहां 70 प्रतिशत से कम बैटरी थी वहां कांग्रेस जीत गई। अगर यह साजिश नहीं है तो क्या है? कांग्रेस ने चुनाव आयोग से हरियाणा में 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया में गंभीर और स्पष्ट अनियमितताओं के आरोप लगाए थे।
सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका खारिज
कांग्रेस नेता प्रिया मिश्रा और विकास बंसल ने 16 अक्टूबर को 20 सीटों पर वोटिंग काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकिए 17 अक्टूबर को अदालत ने इसे खारिज भी कर दिया था।