नई दिल्ली।(रमेश तिवारी‘रिपु’)। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। इसलिए वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पर कतरना शुरू कर दिया है। सबने देखा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतीशी के शपथ ग्रहण में भगवंत मान को बोलने नहीं दिया गया। फरवरी में दिल्ली विधान सभा का चुनाव होना है। उसके लिए फंड चाहिए। इसके लिए केजरीवाल ने अपने पीए रहे विभव कुमार को भगवंत मान का सलाहकार नियुक्त कर दिया है। साथ ही शराब घोटाले में जेल में बंद रहे विजय नायर को भी इस काम में लगा दिया।
विभव नाचाएंगे भगवत को
केजरीवाल जानते हैं कि जेल जाने की वजह से उनकी छवि को धक्का लगा है। पंजाब और दिल्ली के अलावा उनकी किसी अन्य राज्य में सियासी पहचान नहीं है। दिल्ली चूंकि केन्द्र सरकार के अधीन है जबकि पंजाब नहीं। दिल्ली चुनाव के लिए बजट चाहिए। इसलिए वे भगवंत मान के पर कतरना शुरू कर दिया है। अपने पीए विभव कुमार को भगवंत मान का सलाहकार नियुक्त कर दिया है ताकि वे भगवंत मान को वो बता सकें कि फंड की व्यवस्था कैसे हो सकती है।जाहिर सी बात है विभव कुमार के इशारे पर भगवंत मान को चलना होगा।
सियासी संतुलन के लिए
पंजाब में भगवंत मान लोकप्रिय चेहरा थे। उनके चेहरे के दम पर केजरीवाल ने पंजाब में चुनाव लड़ा और सरकार बना ली। जब तक केजरीवाल जेल नहीं गए थे, तब तक पार्टी के अंदर सब ठीक था। उनके जेल जाने पर लोकसभा चुनाव के लिए भगवंत मान ने फंड का इंतजाम नहीं कर पाए। इस वजह से केजरीवाल उनसे नाराज चल रहे हैं। भगवत मान ने आतीशी के शपथ ग्रहण के बाद लौटने पर चार मंत्रियों को हटा कर पांच नए लोागों को मंत्री बना दिया केजरीवाल के कहने पर। ताकि उनके बीच सियासी संतुलन बना रहे है।
केजरीवाल पंजाब की सियासी सत्ता की बागडोर अपने हाथ में लेने के लिए विजय नायर जो पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के करीबी हैं। और बिभव कुमार जो अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक हैं। इनके पूर्व पीए रह चुके हैं। ये दोनों हाल में जेल से छूटे हैं। इन्हें भगवंत मान पर नियंत्रण करने की जवाबदारी दी गई है। सवाल यह है कि आखिर केजरीवाल फरवरी में दिल्ली में चुनाव है, उसे नजर अंदाज कर पंजाब पर फोकस क्यों कर रहे हैं? दरअसल दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल पंजाब में पकड़ मजबूत कर रहे हैं ताकि चुनाव में फंड के मामले में पार्टी कमजोर न पड़े।
विजय को नई जवाबदारी
विजय नायर शराब घोटाले मामले में बाइस महीने जेल में थे। अब विजय नायर पंजाब में अहम पद पर रहते हुए दिल्ली के चुनाव के लिए फंड की व्यवस्था करेंगे और सोशल मीडिया कैंपेनिंग का मोर्चा संभालेंगे। चूंकि पार्टी के तीन बड़े नेता सिसोदिया,संजय और केजरीवाल लंबे समय तक जेल में रहे हैं। फरवरी में दिल्ली में चुनाव होना है। ऐसे में केजरीवाल चाहेंगे कि दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार फिर से बने। यह माना जा रहा है कि उससे पहले केजरीवाल पंजाब में अच्छी खासी फिल्डिंग कर अपनी सियासी लोकप्रियता को बढ़ाना चाहेंगे। यदि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बनी तो केजरीवाल पंजाब का मुख्यमंत्री 2025 के बाद बनना चाहेंगे। ताकि वो केन्द्र सरकार और राज्यपाल के दबाव से मुक्त रहें। केजरीवाल 2027 तक मुख्यमंत्री पंजाब का बने रहना चाहते हैं इसलिए भगवंत मान के पर कतरने के लिए नायर और विभव कुमार को पंजाब भेजा गया है। जाहिर सी बात है कि पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए केजरीवाल अभी से तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में भगवंत मान क्या करेंगे यह सवाल है। वैसे भी भगवंत मान कुछ नहीं करना चाहंेगे। वो लड़ सकते नहीं और जानते हैं लड़ेंगे तो कहीं के नहीं रह जाएंगे। केजरीवाल के लिए कुर्सी छोड़ देने पर ही पार्टी में उनकी इज्जत बनी रहेगी।