
Women are waving the flag of succes
बालाघाट (ब्यूरो) । शहरी भारतीय महिलाएं हो या फिर ग्रामीण महिलाएं, दोनों जगह की महिलाएं कामयाबी के झंडे लहरा रही हैं। दो हाथ लेकिन, हजार काम कर रही हैं। भारतीय महिलाएं बदल गयी हैं। अपनी योग्यता और मेहनत के दम पर कामयाबी की तस्वीर गढ़ रही हैं। आज की महिलाएं अपने लिए नये मापदंड तय कर रही हैं।
महिलाएं दोहरी भूमिका में
क्षेत्रीय सांसद श्रीमती पारधी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज की महिलाओं की घर के साथ ही अगर वो कामकाजी महिला है तो दोहरी भूमिका में है। अपना रसोई संभालने के साथ ही परिवार को संभालने का दायित्व निभा रहीं है। यदि कोई महिला किसी आॅफिस में काम करती है तो भी रसोई के साथ ही परिवार और कार्यालय का काम सम्भालने में निपुण हो गई है। यही है देश मे महिला का सशक्त होना। हर महिला में खास योग्यता है जरूरत है तो बस पहचानने की उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे है चाहे वो राजनीतिक क्षेत्र हो या फिर प्रशासनिक महिलाओं का हुनर मातृशक्ति बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पुरुष अगर घर की आर्थिक जिम्मेदारियों का वहन करता है तो महिलाओं को भी दोहरी जिम्मेदारियों में पारंगत रहना होता है। श्रीमती पारधी ने कहा कि जिन महिलाओं को 45 साल पहले अभिशाप माना जाता था। आज वे महिलाएं प्रदेश की लाडली बहना बनकर मातृशक्ति के रूप में उभर रही है।
महिलाओं से पुरुषों की पहचान
कार्यक्रम में मौजूद 123वीं बटालियन की कमांडेंट श्रीमती तेजिंदर कौर ने कहा कि पुरुषत्व की पहचान है नारी का सम्मान व रक्षा करना। वहीं जिले की ड्रोन दीदी संजू नगपुरे ने भी मातृत्व शक्ति पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति में आज बेहतर सुधार होने के साथ ही आज जो वो ड्रोन दीदी के नाम से जानी जा रही हैं, उसका मुख्य कारण स्व सहायता समूह से जुड़ना है। ड्रोन दीदी निरंतर अपने कार्य मे आगे रहकर प्रयत्नशील है। इस दौरान महिला बाल विकास विभाग द्वारा कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
नारी सम्मान की पहचान हैं संगीता
महिला दिवस के अवसर वे रक्षिका शौर्य फॉउंडेशन के कार्यक्रम में शामिल हुई। फाउंडेशन द्वारा एक गरीब महिला को सशक्त करने के लिए न सिर्फ पहले आॅटो के लिए प्रशिक्षण दिया। बल्कि उसके बाद कुछ राशि एकत्रित कर आॅटो खरीद कर संचालन के लिए प्रदान किया। ऐसे सराहनीय कार्य करना भी महिलाओं ने प्रारम्भ किया है। ऐसी महिलाएं समाज और देश को विकसित करने में भूमिकाएं निभा रही है। निश्चित ही संगीता बर्वे आॅटो चलाकर अपनी जीविका के साथ ही नारी सम्मान के लिए एक उत्कृष्ठ उदारहण बनेगी।
संदेश प्रसारित हुआ
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो क्षेत्रीय कार्यालय बालाघाट द्वारा जन जागरुकता के लिए प्रदर्शनी लगाई गई। साथ ही गीत एवं नाटक के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के प्रति का संदेश प्रसारित किया गया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन अजय बैस द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत मे सांसद पारधीए नपा अध्यक्षए जिपं सीईओ सराफ व एसडीएम सोनी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में लगाए गए स्टालो का निरीक्षण किया गया।