
What will the expansion of nitish cabinet challange the grand alliance
पटना (ब्यूरो)। कुछ महीन बाद बिहार में चुनाव है। चुनाव में अपनी साख बनाए रखने के लिए नीतीश ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। मिथिलाचंल को साधने के लिए वहां के चार विधायकों को मंत्री बनाया गया।यहां विधान सभा की 60 सीट है। चालीस सीट यहां से एनडीए जीती थी। सवाल यह है कि मंत्रिमंडल के इस विस्तार से क्या महागठबंधन को चुनौती मिलेगी?
राजनीतिक संदेश
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रही बीजेपी-जेडीयू की सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है। कैबिनेट का यह विस्तार इसलिए ज्यादा अहम है क्योंकि बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसलिए कैबिनेट विस्तार के जरिए बीजेपी और जेडीयू ने एक स्पष्ट राजनीतिक संदेश देने की कोशिश की है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस कैबिनेट विस्तार का कोई असर विधानसभा चुनाव में होगा । इससे राज्य में आरजेडी की अगुवाई वाले विपक्षी महागठबंधन को कितनी चुनौती मिलेगी?
मिथिलांचल के 4 विधायक मंत्री बनें
बिहार में बुधवार को नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। BJP कोटे के 7 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। सबसे पहले दरभंगा से BJP विधायक संजय सरावगी ने शपथ ली। उन्होंने मैथिली में शपथ पत्र पढ़ा।इसके बाद बिहारशरीफ से BJP विधायक सुनील कुमार, दरभंगा की जाले विधानसभा सीट से BJP विधायक जीवेश मिश्रा, मुजफ्फरपुर की साहेबगंज विधानसभा से BJP विधायक राजू सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली।सीतामढ़ी जिले की रीगा विधानसभा से BJP विधायक मोतिलाल प्रसाद, अमनौर विधानसभा सीट से BJP विधायक कृष्ण कुमार उर्फ मंटू, सिकटी विधानसभा सीट से BJP विधायक विजय मंडल ने शपथ ली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान सभी विधायकों को शपथ दिलाई। NDA को सबसे ज्यादा सीटें देने वाले मिथिलांचल के 4 विधायक मंत्री बनें।
नीतीश को अपना इस्तीफा सौंपा
शपथ ग्रहण से पहले सुनील कुमार, मोतीलाल प्रसाद, विजय मंडल और संजय सरावगी समेत सातों विधायक बीजेपी ऑफिस पहुंचे। चारों ने प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से मुलाकात की।इससे पहले अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ मंत्रियों की लिस्ट लेकर राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल के प्रधान सचिव को शपथ लेने वाले विधायकों की लिस्ट सौंपी।बुधवार सुबह करीब 10 बजे दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने CM नीतीश कुमार को अपना इस्तीफा सौंपा।
एक विभाग छिन सकता है
जिन मंत्रियों के पास दो या दो से अधिक मंत्री पद हैं, उनसे एक विभाग को लिया जा सकता है। ये विभाग नए मंत्री को दिया जाएगा। कई ऐसे मंत्री हैं, जिसके पास दो या दो से अधिक विभाग हैं। जानकारी के मुताबिक पार्टी के बड़े चेहरे से भी विभाग की कटौती की जा सकती है। ये नए मंत्री को दी जा सकती है।
मिथिलांचल NDA का गढ़
मिथिलांचल को NDA का गढ़ कहा जाता है। मिथिलांचल के सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशली जैसे अहम जिले आते हैं। इन जिलों में विधानसभा की 60 सीटें आती हैं, इनमें 2020 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन के 40 विधायक जीते थे।
मौजूदा कैबिनेट में 30 मंत्री
नीतीश कुमार की मौजूदा कैबिनेट में कुल 30 मंत्री हैं। 6 मंत्रियों की जगह खाली है। बुधवार को दिलीप जायसवाल के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कुल 7 जगह खाली हो चुकी हैं। अभी तमाम ऐसे मंत्री हैं जिनके पास एक से ज्यादा विभाग हैं। विपक्ष लगातार इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरता रहा है।