
Waqf amendment bill vhp bill be presented tomorrow in parliment
नई दिल्ली (ब्यूरो)। अल्पसंख्यक और संसदीय मामलों के मंत्री किरण रिजिजू को भरोसा है कि दो अप्रैल को 12 बजे संसद में वक्फ संशोधन बिल पेश होगा और सदन में पारित होगा। किरण रिजिजू ने कहा कि सरकार बिल के मसौदे पर व्यापक चर्चा चाहती है। हालांकि उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि विपक्ष चर्चा से बचने के लिए वॉकआउट का सहारा ले रहा है। वक्फ बिल को सदन में पेश किए जाने को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष ने खेमेबंदी के साथ साथ रणनीतिक तैयारी तेज कर दी है।
मकसद केवल हंगामा करना

हालांकि, विपक्ष ने BAC की बैठक से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सरकार पर अपने एजेंडे को थोपने और विपक्षी सदस्यों की बात नहीं सुनने का आरोप लगाया।लोकसभा में बहस के लिए भाजपा, कांग्रेस, जेडीयू, टीडीपी समेत पार्टियों ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया।
सरकार दो सप्ताह से कर रही है तैयारी
केंद्र सरकार के अधीन प्रेस सूचना ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक से लेकर विभिन्न मंत्रालयों का अमला पिछले दो सप्ताह से वक्फ बिल पर आम राय बनाने में जुटा है। विभिन्न समाचार पत्रों, माध्यमों में इसको लेकर लगातार प्रचार-प्रसार जारी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने मार्च के तीसरे सप्ताह में ही वक्फ बिल को संसद के इसी सत्र में पेश किए जाने की सूचना दी थी। कानून मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की थी। बताते चलें इस तरह की संभावना विपक्ष के राजनीतिक दलों को भी दिखाई दे रही थी। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे खुद वक्फ बिल को लेकर लगातार संवेदनशील बने हुए हैं।

देश जानना चाहता है किसका क्या स्टैंड
भाजपा ने व्हिप जारी कर अपने सांसदों को सदन में पूरे समय मौजूद रहने को कहा है। वहीं, कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को बजट सत्र के बाकी बचे तीनों दिन सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है।संसदीय कार्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि हम बिल पर चर्चा चाहते हैं। सभी राजनीतिक दलों को इस पर बोलने का अधिकार है। देश भी जानना चाहता है कि किस पार्टी का क्या स्टैंड है। अगर विपक्ष चर्चा में शामिल नहीं होना चाहता तो हम उन्हें रोक नहीं सकते।
राज्यसभा में होगी तीखी बहस
वक्फ संशोधन विधेयक पर सत्ता पक्ष और विपक्ष पूरी जोर आजमाइश करेंगे। जिस तरह के समीकरण बन रहे हैं, उसमें वक्फ संशोधन विधेयक के लोकसभा में आसानी से पारित हो जाने की संभावना है। घटक दल जद(यू) और टीडीपी के साथ आने के बाद सत्ता पक्ष को इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी। लोकसभा की सदस्य संख्या के अनुसार इंडिया गठबंधन के सदस्यों की संख्या 235 है। जबकि भाजपा के 240 और एनडीए के कुल सदस्यों की संख्या 293 है। पांच निर्दलीय सांसद भी हैं और 9 सांसद ऐसे हैं जो न तो एनडीए से हैं और न इंडिया गठबंधन से। ऐसे में एनडीए सरकार ठीकठाक संख्या बल जुटा लेगी।