
Vrat retire from test cricket
नई दिल्ली (ब्यूरो)। इंडियन बैटर विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर इसकी जानकारी दी। बॉर्डर- गावस्कर सीरीज में विराट का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा था। उन्होंने इस सीरीज में 23.75 की औसत से रन बनाए थे। वहीं 8 में से 7 बार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद पर आउट हुए। BGT में कोहली ने 9 पारियों में एक नाबाद शतक सहित 190 रन बनाए।
पिछले 5 साल में उन्होंने 37 टेस्ट में सिर्फ 3 शतक लगाए और औसत 35 से भी नीचे रहा। इससे पहले कोहली ने टी-20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन IPL 2025 में वह जबरदस्त फॉर्म में रहे। उन्होंने अब तक 11 मैच में 505 रन बनाए हैं।इससे पहले विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की इच्छा जताई थी। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को यह जानकारी पहले दी थी हालांकि, BCCI ने उन्हें अपने फैसले पर फिर से विचार करने के लिए कहा था। विराट ने 2024 टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद संन्यास लिया था।
बेहतर कप्तान रहे कोहली
रोहित शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी भारत को ICC ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान हैं। दूसरी ओर विराट कोहली हैं। वे कभी कप्तान के तौर पर ICC टूर्नामेंट नहीं जीत सके। हालांकि, जब चर्चा टेस्ट क्रिकेट की होती है तो बतौर लीडर वे धोनी और रोहित दोनों से मीलों आगे नजर आते हैं।घर में सभी 11 सीरीज जीतीं धोनी और रोहित दोनों की कप्तानी में भारत को घर में टेस्ट सीरीज में हार झेलनी पड़ी। रोहित की कप्तानी में तो टीम इंडिया को न्यूजीलैंड से क्लीन स्वीप भी झेलना पड़ा है।
कोहली ने 7 दोहरे शतक भी लगाए हैं
बैटर विराट कोहली ने वैसे तो हर कप्तान की मौजूदगी में अपना बेस्ट प्रदर्शन दिया, लेकिन जब वह खुद कप्तान बने तो टेस्ट बैटिंग की सारी कमियों को अचीवमेंट्स में बदल दिया। कोहली ने अपनी कप्तानी में रिकॉर्ड 7 दोहरे शतक लगाए।2014 में इंग्लैंड दौरे पर कोहली बैट से कुछ खास नहीं सके, लेकिन 2018 में उन्होंने इसे पलटा और सीरीज के टॉप रन स्कोरर बन गए। ऑस्ट्रेलिया में तो वह हर बार ही रन बनाते हैं, उन्होंने साउथ अफ्रीका में भी सेंचुरी लगाकर बताया कि ICC ने क्यों 2020 में उन्हें दशक का बेस्ट क्रिकेटर चुना था।