
बालाघाट। जनपद पंचायत बालाघट अंतर्गत कोहकाडीबर के पूर्व सरपंच और वर्तमान सरपंच प्रतिनिधि आतिश लिल्हारे मंगलवार को जनपद कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गए है और उनके साथ गांव वाले भी शामिल हैं। पूर्व सरपंच आतिश लिल्हारे कोहकाडीबर से पेंडरई तक की सड़क के निर्माण की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ग्रामीणो द्वारा लंबे समय से कोहकाडीबर से पेंडरई सड़क निर्माण की मांग की जा रही है। इसे लेकर कई बार शासन, प्रशासन के साथ ही जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन भी दिया। विगत 11 नवंबर को कन्हड़गांव चौक में चक्काजाम भी किया गया था, लेकिन हर बार आश्वासन ही मिला। आतिश लिल्हारे ने बताया कि गांव की जर्जर सड़क को बनवाने के लिए पिछले 15 से 20 साल से प्रयासरत हैं। चूंकि इसी सड़क से ग्रामीणों के साथ ही स्कूली बच्चों का आवागमन होता है, जिससे परेशानी होती है। लेकिन इसे बनाने की दिशा में प्रयास नहीं होने से मजबूरी में अनशन पर बैठना बताया। उन्होने दावा किया कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस ने दिया समर्थन—
सड़क की मांग को लेकर अनशन पर बैठे पूर्व सरपंच को असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। जिलाध्यक्ष जयकृष्ण डिंगरू, आंदोलन स्थल पर पहुंचे और यहां उन्होंने पूर्व सरपंच और ग्रामीणों से आंदोलन की वजह को जाना। जनहित के इस मुद्दे पर जिलाध्यक्ष जयकृष्ण डिंगरू ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि 20 सालों से भी ज्यादा समय से प्रदेश में भाजपा की सरकार है, जो दावा करती है कि भाजपा अंतिम छोर के व्यक्ति के विकास करती है, लेकिन यह बड़ा दुर्भाग्य का विषय है कि मुख्यालय से महज 10 से 12 किलोमीटर दूर के गांव, कोहकाडीबर के पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों की मांग को भाजपा सरकार और उसके जनप्रतिनिधि 20 साल बाद भी सुन नहीं सके। जबकि ग्राम की यह सड़क, ग्रामीणों और स्कूली बच्चो के लिए काफी महत्वपूर्ण है, बावजूद इसके, शासन और प्रशासन के इस सड़क को लेकर गंभीरता नहीं दिखाया जाना। जनहित के मुद्दे से भागने जैसा है, असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस, कोहकाडीबर के पूर्व सरपंच आतिश लिल्हारे और ग्रामीणों का आंदोलन का समर्थन करती है। उनकी इस लड़ाई में हम उनके साथ है और उनकी इस लड़ाई में हम कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे।