
Vatavriksha of rss immortal culture- PM
नागपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर के अपने दौरे में भारत पर हुए विदेशी आक्रांताओं के हमलों का जिक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति को मिटाने के लिए क्रूर कोशिश की गई लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज वट वृक्ष बन चुका है। पीएम मोदी ने माधव नेत्रालय के विस्तारित बिल्डिंग की आधारशिला रखने के मौके पर कहा कि राष्ट्र यज्ञ के इस पावन अनुष्ठान में मुझे आज यहां आने का सौभाग्य मिला है। प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब महाराष्ट्र के मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग चल रही है।
संघ मुख्यालय का पहला दौरा
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय केशव कुंज पहुंचे। वे सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक यहां रहे। उन्होंने संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर (गुरुजी) के स्मारक स्मृति मंदिर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। बतौर प्रधानमंत्री मोदी की यह संघ मुख्यालय का पहला दौरा था। इससे पहले जुलाई 2013 में वह लोकसभा चुनाव के सिलसिले में हुई बैठक में शामिल होने नागपुर आए थे। प्रधानमंत्री ने संघ के माधव नेत्रालय के एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखी।
आज विशेष दिन है-PM
पीएम मोदी ने कहा कि आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ये दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादी और नवरेह त्योहार भी मनाया जा रहा है। आज भगवान झूलेलाल जी और गुरु अंगद देव जी का अवतरण दिवस भी है। ये हमारे प्रेरणापुंज परम पूज्यनीय डॉ साहब की जयंती का भी अवसर है। इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। आज इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ. साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजिल अर्पित करने का सौभाग्य मिला है।
राष्ट्रीय चेतना को नई ऊर्जा दी
किसी भी राष्ट्र का अस्तित्व पीढ़ी दर पीढ़ी उसकी संस्कृति के विस्तार, उस राष्ट्र की चेतना के विस्तार पर निर्भर करता है। हम अपने देश का इतिहास देखें तो सैकड़ों वर्षों की गुलामी, इतने आक्रामण, भारत की सामाजिक सरंचना को मिटाने की इतनी क्रूर कोशिशें, लेकिन भारत की चेतना कभी समाप्त नहीं हुई। उसी लौ जलती रही। ये कैसे हुआ? क्योंकि कठिन से कठिन दौर में भारत में इस चेतना काे जागरूत रखने वाले सामाजिक आंदोलन होते रहे। भक्ति आंदोलन उसका उदाहरण है। मध्य काल के कठिन समय में राष्ट्रीय चेतना को नई ऊर्जा दी।
एम्स की संख्या दोगुनी की
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा कि उनकी सरकार ने मेडिकल कॉलेजों के साथ एम्स की संख्या भी दोगुनी की है। पीएम मोदी ने कहा मेडिकल की सीटें भी बढ़ी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी कोशिश है गरीब का बच्चा भी डॉक्टर बन सके। इसलिए विद्यार्थियों को अपनी मातृभाषा में डॉक्टर बनने की सुविधा उपलब्ध कराई है। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी कोशिश है कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो। ये सेवाएं भी को सुलभ हों। पीएम मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। हजारों जन-औषधि केंद्र देश के गरीबों को, मध्यम वर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं दे रहे हैं। इससे देशवासियों के हजारों करोड़ रुपए बच रहे हैं।
क्या बोले संघ प्रमुख
पीएम मोदी से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि आज योग है कि डॉक्टर साहब (संघ प्रमुख डॉ हेडगेवार) का जन्मदिन और चैत्र नवरात्रि की शुरुआत है। डॉक्टर साहब का जब जन्म हुआ तो वह रविवार का ही दिन था। उनके बाद जिन्होंने संघ की बागडोर संभाली पूज्य गुरुजी। उनके नाम पर चल रहे प्रकल्प का कार्यक्रम और प्रधानमंत्री जी का यहां पर उपस्थित होना। सारे शुभ योग हैं। जब ये सारे शुभ योग एकत्रित हैं। जब ये सारे शुभ योग एकत्रित होते हैं तो उसके लिए तपस्या करनी पड़ती है। माधव नेत्रालय के कार्यकार्ताओं की तपस्या के हम सभी साक्षी हैं। तपस्या से पुण्य अर्जित होता है पुण्य से फल मिला है। वह फल अपने लिए न रखते हुए उसका प्रयोग लोक कल्याण के लिए करना। इसके पीछे जो प्रेरणा है। वह संघ विचार की प्रेरणा है। डेढ़ लाख के ऊपर स्वयंसेवकों के काम चल रहे हैं।