
Varasivani municipality built the maximum number of houses in the state
बालाघाट (ब्यूरो)। प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के बीएलसी एवं एएचपी घटक के आवासों की पूर्णता के संबंध में नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा रैंकिंग जारी की गई है। जारी इस रैंकिंग में बालाघाट जिले की वारासिवनी नगर पालिका प्रदेश में सबसे अधिक आवास समय सीमा में पूर्ण करने वाली नगर पालिका बन गई है।
सबसे अधिक आवास बनाये गए
नपा सीएमओ दिशा डेहरिया ने बताया कि कलेक्टर मृणाल मीना के मार्गदर्शन में वर्ष 2017 से 2024 तक वारासिवनी में सबसे अधिक बीएलसी घटक में आवास बनाये गए है। नपा में न सिर्फ आवास समय सीमा में बनाये गए बल्कि हितग्राही उनके आवास में रहने भी लगें है। इस लिहाज से वारासिवनी नपा प्रदेश में सबसे अधिक हितग्राहियों को आसरा/आवास देने वाली नपा है। नपा को वर्ष 2017 से 2024 के मध्य 2889 आवास का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। जिनमें से 118 ने आवास की राशि सरेंडर कर दी थी। शेष 2771 के लक्ष्य में नपा ने 2764 आवास पूर्ण किये है। जो नपा श्रेणी में सबसे अधिक है।ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी की अवधि 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगी। योजना पूर्ण करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा निरंतर समीक्षा की गई।
मापदंडों का निर्धारण
नगरीय प्रशासन द्वारा जारी रैंकिंग में सभी कलेक्टर्स को अवगत कराया गया है कि आवास पूर्ण कराने के लिए मापदंडों का निर्धारण किया गया है। जिसमें बीएलसी एवं एएचपी घटक अंतर्गत स्वीकृत आवासों के विरुद्ध पूर्ण आवासों के लिए 4 अंक निर्धारित किया गया है। इसी तरह 31 दिसंबर, 2024 की निर्धारित मिशन अवधि में बीएलसी एवं एएचपी घटक के समस्त समस्त आवास पूर्ण करने हेतु प्रस्तावित लक्ष्य के विरुद्ध उपलब्धि उपलब्धि के लिए 2 अंक निर्धारित किये गये है। साथ। ही बीएलसी एवं एएचपी घटक अंतर्गत स्वीकृत परियोजनाओं के विरुद्ध शत-प्रतिशत पूर्ण परियोजनाओं के आवासों के लिए 2 अंक निर्धारित किये गये है। एएचपी घटक के पूर्ण आवासों के विरुद्ध आधिपत्य प्रदत्त आवासों के लिए 2 अंक निर्धारित किये गये है। साथ ही स्वीकृत आवासों के विरुद्ध प्लिंथ फाउंडेशन स्तर अप्राप्त आवासों के लिए (-) 2 नकारात्मक अंक निर्धारित किये गये है।
वर्षा ने घर में आय का स्त्रोत तैयार किया
वारासिवनी नपा में रहने वाली वर्षा सोनवने वैसे से घरेलू महिला है। लेकिन वो घर की जिम्मेदारियों के साथ अपने हुनर का भी उपयोग कर पा रही है। ये सब अपने आवास में ही आय का स्त्रोत बना पायी है। उनका कहना है कि कच्चे घर मे ऐसी कोई जगह नही थी। लेकिन एक साल में आवास पूरा हुआ तो छोड़ा स्पेस मिल गया। वो पहले कंप्यूटर पहले से ही जानती थी। अब वो घर मे ही कंप्यूटर सेंटर चला रही है। जिससे उनकी आय भी सुनिश्चित हो पा रहीं है।