
Urban women are more capable than men to work
रीवा। विश्व महिला दिवस के अवसर पर कमिश्नर कार्यालय सभागार में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में रीवा जिले में प्रशासनिक पदों तथा अन्य क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा के जौहर दिखा रही महिलाओं को पुष्पगुच्छ तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। महिलाओं को सम्मानित करते हुए कमिश्नर बीएस जामोद ने कहा कि महिला दिवस के रूप में भले ही 8 मार्च का दिन निर्धारित है लेकिन वर्ष के सभी 365 दिन महिलाओं के सम्मान के लिए हैं।
पुरुषों से ज्यादा सक्षम हैं महिलाएं
समारोह में श्रीमती ममता नरेन्द्र सिंह ने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्हें सहयोगए सम्मान और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा की आवश्यकता है। परिवार और समाज में स्त्री और पुरूष को समान आदर और समान अवसर मिलना चाहिए। महिलाएं अपनी मर्यादा की रक्षा करते हुए हर क्षेत्र में आगे बढ़ने और सफल होने का प्रयास करें। परिवार और समाज में महिलाएं एक.दूसरे से संपर्क और संवाद भी सैदव बनाए रखें।भारतीय शहरी महिलाएं कई कामों में माहिर हो गयी हैं। कॅरियर के लक्ष्य तय करने के साथ ही समाज को भी एक नई दिशा दे रही हैं।शहरी महिलाएं काम करने में पुरुषों से ज्यादा सक्षम हैं।
आज महिलाएं बहुत जागरूक हैं
उद्यमी चेतना मिश्रा ने कहा कि मैंने शासकीय सेवा का मुंह छोड़कर स्वरोजगार को अपनाया है। मैं हर महिला को शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से सशक्त होते देखना चाहती हूँ। यही सक्षमता महिलाओं को सभी अधिकारी और विकास के सभी अवसर देगी। समारोह में संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्रीमती ऊषा सिंह सोलंकी ने कहा कि शिक्षा और आर्थिक विकास के साथ महिलाओं की परिवार और समाज में भूमिका तेजी से बदल रही है। आज महिलाएं बहुत जागरूक हैं। हर महिला को अपने अधिकारों और कर्त्तव्यों के साथ हर उस महिला के अधिकार के लिए संघर्ष करना चाहिए जो समाज के हाशिए पर है। आज का दिन महिलाओं द्वारा लंबे संघर्ष के बाद मिले अधिकारों की सफलता का दिन है। हमें देवी की तरह महानता नहीं, समानता चाहिए।
अनुभव और विचार साझा किए
समारोह में लेखिका सपना सिंह ने साहित्य में नारी विमर्श में महिला साहित्यकारों के योगदान की जानकारी दी। डॉ
महेश शुक्ला प्राध्यापक ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय ने विन्ध्य क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त
करने वाली महिलाओं की जानकारी दी। डॉ मंजू मिश्रा ने महिलाओं की स्वास्थ्य रक्षा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम में कई महिलाओं ने गीतों और कविताओं के माध्यम से नारी सशक्तिकरण के संदेश दिए। पर्यवेक्षक महिला एवं
बाल विकास तथा बघेली लोक गायिका मणिमाला सिंह ने दो मधुर लोकगीत प्रस्तुत किए। समारोह में उप संचालक मछली
पालन डॉ अंजना सिंह, ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन निर्मला दीदी, पत्रकार श्रीमती आरती श्रीवास्तव, स्नेहा
त्रिपाठी, प्रतिभा शर्मा, मीनाक्षी मिश्रा, प्राचार्य कन्या महाविद्यालय श्रीमती विभा श्रीवास्तव, डॉ साइना परवीन, डॉ सरिता
पाठक, डॉ मंजू पाण्डेय, आरती मिश्रा, प्रसिद्ध कबड्डी खिलाड़ी दर्शना वाकड़े, डॉ आरती तिवारी तथा विभिन्न क्षेत्र की अन्य
महिलाओं ने अपने अनुभव और विचार साझा किए।