
UP will get new BJP president in the ner year
लखनऊ।(ब्यूरो)। यूपी में नए बीजेपी अध्यक्ष की तैयारी तेज हो गयी है।दिसंबर में जिला अध्यक्षों की सियासी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। प्रदेश में क्षत्रिय मुख्यमंत्री हैं। भूपेन्द्र चौधरी के तौर पर जाट प्रदेश अध्यक्ष के बाद सवाल यह है कि क्या इस बार दलित,पिछड़ा या फिर ब्राम्हण प्रदेश अध्यक्ष यूपी को मिलेगा।
जिलास्तर पर चुनावी तैयारियां
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे एक दिसंबर को उत्तर प्रदेश संगठन चुनाव के संबंध में आयोजित होने वाली बैठक में शिरकत करेंगे। जब तक पार्टी बूथ कमेटियां पूरी तरह गठन कर करने की तारीख तय की गई है। इसके अलावा बीजेपी ने इस बार संगठन में मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष के उम्र तय की है। इसके अलावा हर तीन जिलों पर एक केंद्रीय पर्यवेक्षक तय किया जाएगा। 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक मंडल अध्यक्षों का चयन होगा। जबकि जिलास्तर पर कार्यशालाएं 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक आयोजित होंगी। प्रत्येक तीन जिलों के लिए एक केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा।
बीजेपी से 2.5 करोड़ लोग जुड़े
राष्ट्रीय सहचुनाव अधिकारी नरेश बंसल ने कहा कि भाजपा परिवारवाद की पार्टी नहीं है बल्कि परिवार भाव से काम करने वाली पार्टी है वहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्टी ने 2.5 करोड़ से अधिक सदस्यों को जोड़ा है जो कार्यकर्ता आधारित संगठन की ताकत को दर्शाता है। लखनऊ के विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यशाला में संगठन चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चैधरी डा महेंद्र नाथ पांडेय, धर्मपाल सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। बैठक में बूथ समितियों मंडल समितियों और जिला संगठन के गठन पर विस्तार से चर्चा की गई।
बूथ कमेटी का गठन
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कार्यकाल पूरा हो चुका है।उनकी जगह पर नए अध्यक्ष का चुनाव होना है। इससे पहले बीजेपी सभी बूथ कमेटी का गठन करने में लगी है। जिसके लिए 30 नवंबर की तारीख तय की गयी है। यूपी में करीब 1.62 लाख से ज्यादा बूथों पर गठन होना है। जिसमें 35 फीसदी बूथों पर कमेटियां गठित हो चुकी हैं। बाकी बची बूथ कमेटियों का गठन 30 नवंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। एक से 15 दिसंबर के बीच मंडल अध्यक्ष और 16 से 30 दिसंबर तक जिला अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया चलेगी। इससे पहले जिला स्तर पर बीजेपी कार्यशालाएं आयोजित करेगी।
बीजेपी संगठन में उम्र तय
प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल ने बताया कि इस बार बीजेपी संगठन में हर पद के लिए उम्र तय किया गया है।मंडल अध्यक्ष की आयु 35 से 45 वर्ष के बीच और जिलाध्यक्ष की आयु 45 से 60 वर्ष के बीच होगी। ऐसे में साफ है कि बीजेपी 45 साल से ऊपर के उम्र वालों को मंडल अध्यक्ष नहीं बनाएगी और न ही 60 साल से ज्यादा उम्र वालों को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपेगी।बीजेपी ने तय किया है कि दो बार मंडल अध्यक्ष रहने वाले नेताओं को तीसरी बार मंडल अध्यक्ष नहीं बनाएगी। इसके अलावा बीजेपी ने जिला अध्यक्ष के लिए तय किया है कि जिला अध्यक्ष की कमान उसे ही मिलेगी जो 7 से 8 साल तक संगठन में काम करने का अनुभव होगा।
बूथ कमेटी में में बदलाव
बीजेपी यूपी में करीब 1.62 लाख से ज्यादा बूथों पर गठन होना है। जिसमें 50 हजार बूथों पर कमेटियां गठित हो चुकी हैं। बीजेपी बूथ स्तर पर मजबूत होने के लिए ही 11 सदस्यीय कमेटी गठित कर रही हैए जिसमें दो सक्रिय सदस्य को रखना जरूरी है।बीजेपी ने एक बूथ अध्यक्ष एक बूथ सचिवए एक लाभार्थी प्रमुख और एक वाट्सएप ग्रुप का प्रमुख होगा। इसके अलावा बाकी बूथ सदस्य होंगे। बीजेपी ने रणनीति बनाई है कि एक विधानसभा क्षेत्र में 4 बूथ अध्यक्ष होंगे तो वो सभी अलग.अलग जातियों से होंगे। इस तरह विधानसभा के चार प्रमुख जातियों को साधने की रणनीति मानी जा रही है।
मजबूत सोशल इंजीनियरिंग
उत्तर प्रदेश में बीजेपी आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने संगठन के जरिए एक मजबूत सोशल इंजीनियरिंग की रणनीति को अंजाम देना चाहेगी। रणनीति है। बीजेपी के नए संगठन में सभी जातियों और वर्गों का बैलेंस पर ध्यान दिया जाएगा। महिलाओं और दलितों को खास अहमियत दी जाएगी। बैठक में राष्ट्रीय सह चुनाव अधिकारी नरेश बंसल ने कहा कि संगठन में सभी जातियों और वर्गों को उचित स्थान दिया जाएगा। बैठक में यह भी कहा गया कि महिलाओं और दलितों की सहभागिता बढ़ाने पर बीजेपी खास ध्यान देगी ताकि राजनीति में उन्हें उचित प्रतिनिधित्व मिल सके। बीजेपी दलित और महिलाओं को संगठन में जगह देकर भविष्य की राजनीति को साधने की कोशिश करेगी।