
Union wrote letter to pcf to remove usha
बालाघाट। मध्यप्रदेश वन एव वन्यप्राणी सरंक्षण कर्मचारी संघ ने पीसीएफ को एक ज्ञापन सौंपकर दक्षिण वनमंडल सामान्य में स्थापना शाखा में पदस्थ प्रमुख लिपिक उषा खोब्रागड़े के अशिष्टि व्यवहार की शिकायत की। मांग की है कि उन्हें वहां से अन्यत्र पदस्थ किया जाए।
अशिष्ट भाषा में उषा बोलीं
मध्यप्रदेश वन एव वन्यप्राणी सरंक्षण कर्मचारी संघ के प्रातांध्यक्ष रामयश मौर्य ने कहा कि 7 अगस्त 2024 को कुछ कर्मचारी श्रीमती उषा खोब्रागड़े से समयमान वेतनमान नहीं लगने की वजह जानने गए थे। माकूल जवाब देने की बजाए श्रीमती उषा ने अशिष्ट भाषा का प्रयोग किया। उन्होने कहा किसी भी कर्मचारी का काम लेकर मुंह उठाकर चले आते हैं। कोई नेता हो क्या? प्रतिनिधि मंडल को लगा काम के दबाव में मेडम ऐसा कह दी होंगी।
दो उल्लू तुम्हारे पास आए हैं
मेडम उषा खोब्रागड़े का अन्य कर्मचारियों के साथ भी अशिष्टता के साथ पेश आने की शिकायत आई है। रमरमा परिक्षेत्र के वनपाल राजेन्द्र बिसेन निलंंिबत कर दिये गए थे। जिससे उन्हे अघात लगा और वो कोमा में चले गए थे।नागुपर में वो लंबे समय तक आईसीयू में भर्ती रहे। उनका इलाज कर्मचारी संघ ने चंदा करके किया। उनकी जीपीएफ राशि और मेडिकल क्लेम के संबंध में उनसे संपर्क करने में दो टुक कहा कि वो पटेल है। ऐसे फालतू आदमी के लिए मेरा सिर मत खाओ। प्रतिनिधि मंडल ने उन्हें जानकारी देने के लिए कहा तो उन्होने स्टोने से बात करने को कहा। स्टोनो सूर्यवंशी ने फोन पर जब उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि दो उल्लू तुम्हारे पास आए होंगे।उन्हें कोई जानकारी नहीं देना है।
आंदोलन किया जाएगा
दक्षिण वनमण्डल सामान्य में पदस्थ स्थापना शाखा की प्रमुख लिपिक श्रीमती उषा खोब्रागड़े की शिकायत संघ ने ए.पी सेंगर, सीसीएफ बालाघाट से उनके व्यवहार और कार्य प्रक्रिया की शिकायत की और उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है। संघ के प्रातांध्यक्ष और जिलाध्यक्ष का कहना है कि यदि मेडल में खिलाफ कार्रवाई नहीं होती आंदोलन किया जाएगा।
इनका कहना है
हमने डीएफओ से संघ की शिकायती पत्र पर जानकारी मांगी है। विवेचना उपरांत ही वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
ए.पी सेंगर, सीसीएफ बालाघाट