
Tigers in katangi will be monitored by camera
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)। बालाघाट में इन दिनों बाघों के हमले कुछ ज्यादा ही होने लगे हैं। इसलिए वनविभाग ने तय किया है कि कौन सा बाघ आदमियों को अपना निशाना बनाने लगा है। उस पर नजर रखने कैमेरे का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है।यानी बाघों पर नजर अब कैमरे के जरिये वन विभाग रखेगा। वन परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चढ्ढार ने बताया कि क्षेत्र के जंगलों में 20 ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं। इनमें से आधा दर्जन कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं।
बाघ के हमले की दूसरी घटना
बालाघाट के कटंगी वन परिक्षेत्र से लगे आंबेझरी गांव में बाघ के हमले से एक वृद्ध की मौत हो गई। इस घटना के बाद वनविभाग ने हमलावर बाघ की पहचान के लिए कदम उठाए हैं।आंबेझरी गांव पूरी तरह से जंगल से घिरा है। यहां बाघों की आवाजाही आम है। बाघ के लगातार हमलों से नाराज ग्रामीणों ने डीएफओ अधर गुप्ता और वनविभाग की टीम का घेराव किया। विरोध के कारण वनकर्मियों को वापस लौटना पड़ा।पिछले 21 दिनों में बाघ के हमले की यह दूसरी घटना है। खेत में मवेशी चराने गए वृद्ध सेवकराम पर बाघ ने हमला किया।
अब तक 6 कैमरे लगाए
वनविभाग ने ग्रामीणों की मांग पर खेतों तक जाने वाले रास्तों से झाड़ियां हटाने का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा वनविभाग ने कैंप लगाया है, जहां से वनकर्मी बाघ की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। वन परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चढ्ढार ने बताया है कि क्षेत्र के जंगलों में 20 ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं। इनमें से आधा दर्जन कैमरे पहले ही लगाए जा चुके हैं। पिछले 21 दिनों में बाघ के हमले की यह दूसरी घटना है। खेत में मवेशी चराने गए वृद्ध सेवकराम पर बाघ ने हमला किया। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। इससे पहले 14 अगस्त को चरवाहे विट्ठल पर भी बाघ ने हमला किया था।