
बालाघाट। वन परिक्षेत्र कटंगी के ग्राम महकेपार में बीते रविवार को सुबह बाघ सड़क से चलकर खेतों में किसानों को विचरण करते दिखाई दिया। जिससे खेतों में काम करने वाले किसान अपनी जान बचाकर घर भाग पडे। वही इसी बीच सड़क से आवागमन कर रहे राहगीरों ने खेत में विचरण करते नजर आ रहे बाघ का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
ग्रामीणों में दहशत
ग्राम खैरलांजी से अंबेझरी मार्ग पर करीब 15 दिनों से बाघ दिखाई दे रहा है। जिससे राहगीरों को इस मार्ग से आने जाने में भय बना रहता है। खैरलांजी गांव, जिले के अंतिम सीमा पर होने के साथ ही ये गांव बावनथड़ी नदी पर बने राजीव सागर जलाशय के निचले हिस्से में बसा है। जिससे खैरलांजी से अंबेझरी मुख्य मार्ग पर पड़ने वाला नाले का रपटा के ऊपर जुलाई से फरवरी से मार्च तक डूबा रहता हैं और वर्तमान में भी इस रपटा पर पानी भरा है। ऐसे में यहां के लोगों को घने जंगल से होकर 08 किमी का कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है। इसी मार्ग में लोगों को रोजाना दिन में बाघ नजर आ रहा है। लोगो का कहना है कि बाघ का मूमेंट इन दिनों बड़पानी, गोरेघाट, हेटी, कुडवा, महकेपार, अंबेझरी व खैरलांजी में है। बाघ के मूमेंट की जानकारी जहां से मिलती है, वन अमला मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शाम होते ही लाइट जलाने के साथ ही दिन में खेत व सूनसान क्षेत्र में अकेले न जाने की सलाह दे रहे है।
कटंगी और तिरोड़ी के जंगल
गौरतलब है कि कटंगी और तिरोड़ी के जंगल सिवनी पेंच के जंगल से लगे है। इसके कारण वन्यप्राणी इन जंगल में भी पाए जाते है। हालांकि बाघ ने अभी तक किसी को हानि नहीं पहुंचाई है, लेकिन खेतों में धान मिसाई के साथ रबी फसल हेतू बीज बोवाई का कार्य तेजी से चल रहा है। जिससे किसान खेतों में रहते है। अब बाघ खेतों में विचरण कर रहा है तो किसान दहशत में है।