
Tiger drove away from the stick ,deep wounds in head ,hand
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट।(ब्यूरो)। बस्तीराम हर दिन की तरह घरेलू जानवरों को लेकर जंगल चराने गया हुआ था। उसे नहीं पता था कि उसका सामना बाघ से हो जाएगा। जंगल में बाघ उस पर पीछे से हमला कर दिया। उसने हिम्मत नहीं हरा। डंडे से बाघ को मारकर भगाया। उसके सिर और हाथ में गहरी चोट आई है। घायल अवस्था में दो सौ मीटर चलकर उसने बेटे को फोन पर सूचना दिया। सारी बात बताया। जान बचाने के लिए वह बाघ से भिड़ गया। कोई दूसरा होता तो शायद ही बाघ से बचता। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बारिश के समय जंगल में किसी को नहीं जाना चाहिए।
बस्तीराम की हालत स्थिर है
घटना बुधवार को कंटगी वन परिक्षेत्र के कन्हड़गांव बीट में हुई। हमले में घायल युवक 200 मीटर पैदल चला। इसके बाद फोन पर बेटे को सूचना दी। बेटे ने वनविभाग को जानकारी दी। मौके पर पहुंची टीम ने घायल को कंटगी अस्पताल भेजा। यहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया।युवक का नाम बस्तीराम है। वह जंगल में जानवरों को चराने गया था। परिक्षेत्र सहायक बाबूलाल चढ़ार ने बताया कि बस्तीराम की हालत स्थिर है। वन विभाग ने तत्काल सहायता के रूप में 5 हजार रुपए दिए हैं। इलाज का पूरा खर्च भी विभाग वहन करेगा।
लोगों को जंगल नहीं जाने की सलाह
बालाघाट के कटंगी सामान्य परिक्षेत्र अधिकारी बाबूलाल चड्ढार ने बताया है कि लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दी गई है। जिस स्थान पर बाघ ने हमला किया है वहां पर उसकी मूवमेंट होने के कारण विभाग ने लोगों को न जाने की सलाह दी गई।