
Three murder,7 kidnapped,uproar in house every day in chhatisgarh
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था पर विधान सभा में सवाल किये गए। जवाब में राज्य में अपराध के दर्ज आंकड़े पेश किए गए। सत्ता पक्ष को लगा विपक्ष कुछ नहीं बोलेगा। आंकड़े को लेकर विपक्ष ने राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। प्रदेश में हर दिन तीन मर्डर और सात अपहरण होते हैं।राजधानी में बीजेपी सरकार के दो साल के कार्यकाल में 844 संगीन अपराध हुए हैं। अपराध की राजधानी बन गया रायपुर।
यादगार अपराध
छत्तीसगढ़ में बीते डेढ़ साल में कुछ ऐसे मौके भी आए जिसमें कानून व्यवस्था भीड़तंत्र के सामने फेल नजर आई।जून 2024 में बलोदाबाजार, सितंबर 2024 में कबीरधाम और अक्टूबर 2024 में सूरजपुर और बलरामपुर में आपराधिक घटनाओं के बाद भीड़ आक्रोशित और हिंसक हो गई। बीजेपी के शासन में ये ऐसे अपराध है,जिन्हें नहीं भुलाया जा सकता।
रायपुर में 844 संगीन अपराध
कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार में दो साल में रायपुर में 844 संगीन अपराध हुए है। इसमें से 332 में ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई। इसी प्रकार दुर्ग में 2540 अपराध हुए। इसमें 1007 पर कार्रवाई हुई। बिलासपुर में 2794 मामले में से 1015 रागयगढ़ 1595 में से 775 और कोरबा 1620 में से 676 मामले पर ही पुलिस ने कार्रवाई की।भाजपा की सरकार में पुलिस के संरक्षण में अपराध फलफूल रहा है। अपराधी खुलेआम अपराध कर रहे हैं क्योंकि उन्हे शासन और पुलिस का भय नहीं है। कुछ समय पहले भिलाई की एक मासूम बच्ची जो स्कूल के आने के बाद स्पोर्ट्स खेल कर अपने घर जा रही थी। जिसे किसी कार चालक ने ठोकर मार दी। कार्रवाई के लिए एसपी आईजी के पास गए।जांच कमेटी भी बनाई गई है। लेकिन अभी तक कोई कर्रवाई नहीं हुई।
चर्चा होनी चाहिए
वहीं सत्ताधारी पार्टी की ओर से विधायक रिकेश सेन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अपराध के मामले इसलिए ज्यादा दर्ज हो रहे हैं क्योंकि मामले दर्ज किया जा रहे हैं ।पिछली सरकार में तो आंकड़ों को छुपाने के लिए अपराध के मामले दर्ज ही नहीं किए जाते थे। चर्चा के समय विपक्ष के लोग वर्कआउट कर देते हैं जबकि इस पर चर्चा करनी चाहिए