
There is still mud in the feet, collector will see your house any day
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट (रफी अंसारी)। जनपद पंचायत बैहर की ग्राम पंचायत घुईटोला के ग्राम कटंगी में सालों से एक किलोमीटर सड़क नहीं बन पाई है। इससे गांव के लोगों को बारिश के दिनों में कीचड़ वाली सड़क से आना जाना करना पड़ रहा है। कोई बीमार हो गया तो गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है। ऐसे में मरीज को कई बार बारिश के दौरान खटिया से मुख्य सड़क तक लेकर जाते हैं। ग्रामीणों ने पक्की सड़क के लिए कलेक्टर से कई बार शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
पैदल चलना मुहाल है
ग्रामीण सुखीराम धुर्वे, रमोती बाई ने बताया कि ग्राम पंचायत घुईटोला नाला से कटंगी तक एक किलोमीटर तक कच्ची सड़क नहीं बन पाई है। ठंड और गर्मी में जैसे तैसे गांव के लोग आना जाना कर लेते है,लेकिन बारिश के चार माह तक बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कीचड़ वाली सड़क से साइकिल लेकर जाना इन दिनों दूर पैदल चलना मुश्किल हो रहा है।
साढ़े तीन सौ लोग मजबूर
इस मार्ग के अलावा अन्य कोई रास्ता नहीं होने से मजबूरी में इसी रास्ते से आना जाना पड़ता है। बताया जा रहा है कि ग्राम कटंगी के बच्चे स्कूल पढ़ने के लिए अपनी ग्राम पंचायत घुईटोला जाते है, परंतु सड़क पर कीचड़ होने से नहीं जाते है। यहां पूरे गांव भर में कच्ची सड़क होने से बारिश में चलना दूभर हो रहा है। इस गांव में 65 मकानों में साढ़े तीन सौ की आबादी है। गांव के लोग बताते है कि सड़क बनाने के लिए कलेक्टर की जनसुनवाई में तीनचार बार शिकायत कर चुके हैं, उसके बाद भी उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ।
बिजली रहती हैं गुल
ग्रामीण बताते है कि गांव तक बिजली तो पहुंची है, लेकिन बारिश के दिनों में एक महीने में करीब एक सप्ताह बिजली रहती है। उसके बाद लोगों को अंधेरे में रात गुजारना पड़ता है। जंगल वाला क्षेत्र होने से इन दिनों सांप, बिच्छु का भय बना रहता है। जिसके चलते लोग शाम होते ही अपने घरों में दुबक जाते हैं। बताया रहा है कि इस गांव में पूरे आदिवासी बैगा निवास करते हैं। और वे जंगल से वनोपज के संग्रहण पर निर्भर रहते है। उनकी मांग है कि गांव तक पक्की सड़क बन जाए, जिससे की बारिश में बच्चों को स्कूल जाने के अलावा यदि कोई बीमार होता है तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने में परेशानी न हो।