
Seven naxalites were killed in the encounter
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया। मौके से 3 आटोमैटिक हथियार भी बरामद किए गए हैं। ऐसा लगता है सरकार और जवानों ने तय कर लिया है कि अब बस्तर के जंगल में नही रहने देंगे नक्सलियों को।लगातर नक्सलियों अभी दोनों ओर से जंगल में रुक रुककर फायरिंग हो रही है। मामला भेज्जी थाना क्षेत्र का है। इस साल 1 जनवरी से 22 नवंबर तक 207 नक्सली मारे गए हैं।
बड़ी सफलता है
बस्तर आई जी सुंददराज पी ने कहा कि इस मुठभेड़ में अब तक 10 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। मौके से ए के 47 इंसास, और एसएलआर समेत अन्य हथियार भी बरामद किए गए हैं। भेज्जी के दंतेसपुरम, कोराजुगुड़ा, नागाराम के जंगल में डीआरएफ और सीआरपीएफ की कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई है। सुकमा डीएसपी किरण चव्हाण ने कहा है कि यह बड़ी सफलता है। जवान मौके पर ही हैं। उनके लौटने पर सही जानकारी मिलेगी।
ओडिशा के रास्ते घुसे थे नक्सली
सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि भेज्जी के जंगल में नक्सलियों का जमावड़ा है। इसके बाद जवानों को रवाना किया गयाए जहां नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। एक दिन पहले ही भारी संख्या में नक्सली ओडिशा के रास्ते छत्तीसगढ़ के बार्डर में घुसे थे। इस दौरान ओडिशा पुलिस के साथ मुठभेड़ भी हुई थी। इसमें एक नक्सली मारा गया थाए वहीं एक जवान घायल हुआ था। इसके बाद छत्तीसगढ़ फोर्स अलर्ट पर थी। गरियाबंद में हुई थी मुठभेड़
ओडिशा और गरियाबंद से सटे उदंती अभ्यारण्य जंगल में गुरुवार को भी पुलिस नक्सली मुठभेड़ हुई थी। नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर गरियाबंद पुलिस ने संयुक्त सर्चिंग आपरेशन लांच किया। इस आपरेशन में गरियाबंदडीआरजी, कोबरा 207 बटालियन, ओडिशा एसओजी, सीआरपीएफ 211 और 65 बटालियन के लगभग 200 जवान शामिल थे।अमाड़ के जंगलों में पहुंचते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी मुहतोड़ जवाब दिया। दबाव बनते देख नक्सली भाग खड़े हुए। नक्सलियों के ठिकाने से पुलिस ने एक सिंगल शाट राइफल,नक्सली साहित्य,भारी मात्रा में गरम कपड़े और दैनिक उपयोग के सामान जब्त किया है।
सरकार जीरो टालरेंस पर काम कर रही- साय
मुठभेड़ पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सुकमा में जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सरकार नक्सलवाद के प्रति जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रही है। बस्तर में विकास, शांति और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।