
The village kept burning for 13 hours in the fire of narwai
विदिशा।जिला प्रशासन का सख्त आदेश है कि कोई भी व्यक्ति नरवाई नहीं जलाएगा। जलाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बावजूद इसके विदिशा जिले के अहमदापुर रोड स्थित परसी डुुडा गांव में किसी ने नरवाई जला दिया। शुक्रवार शाम केा खेत में लगी नरवाई की आग हवा के साथ गांव तक पहुंच गयी। और देखते देखते आग गांव में रखे भूसे और लकड़ियों को पकड़ ली। उसके बाद धीरे धीरे आग गांव के घरों को छूने लगी। दस घर खाक हो गए। दर्जनों बकरियां जल गयी। भैंस जिंदा जल गए। घरों रखा लोगों का सामान जल गया। कितना नुकसान हुआ होगा प्रशासन इसका आकलन कर रहा है। लेकिन नरवाई की इस आग में 13 घंटे गांव जलता रहा। 6 मवेशी जिंदा जल गए। घरों में रखा अनाज, पैसा, कपड़े, बर्तन और अन्य सामान जल गया।
सुबह तक आग धधकती रही
आग लगने की ये घटना अहमदपुर रोड स्थित परासी डुंडा गांव की है। जहां शुक्रवार शाम को खेतों में लगी नरवाई की आग गांव तक आ पहुंची। यहां रखे भूसे और लकड़ियों ने आग पकड़ ली। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया।सूचना पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत से रात में ही आग पर काबू पाया, लेकिन थोड़ी ही देर में आग फिर भड़क गई। लोग रातभर अपने घर और उनमें रखे सामान बचाने की जद्दोजहद में लगे रहे। शनिवार सुबह तक आग धधकती रही। करीब 13 घंटे बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया।
भूसे के ढेर से आग फिर भड़क उठी
शुक्रवार शाम को किसी ने नरवाई में आग लगा दी। तेज हवा के कारण आग एक खेत से दूसरे खेत में फैलती गई। आग की चपेट में आने से बिजली के तार भी जल गए और बिजली सप्लाई बंद हो गई। ग्रामीणों के अनुसार- फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया, लेकिन तब तक दो घर जल चुके थे। आग की एक चिंगारी भूसे के ढेर तक पहुंच गई। देर रात भूसे के ढेर से आग फिर भड़क उठी और आसपास के 8 और घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
13 घंटे तक सुलगते रहे खेत और घर
फायर ब्रिगेड के ड्राइवर निरंजन सिंह भदोरिया ने बताया- शुक्रवार शाम को 7:00 बजे के लगभग आग लगने की जानकारी मिली थी। फायर ब्रिगेड तत्काल मौके पर पहुंची और आग को बुझाने का प्रयास किया था। विदिशा की तीनों फायर ब्रिगेड आग को बुझाने के काम में लग गई थी। रात को 10:00 बजे के करीब आग को बुझा दिया गया था। उसके बाद फिर दोबारा से आग भड़क गई थी।
नरवाई की आग से घरों में आग लगी है
निरंजन सिंह ने आगे बताया- रात को विदिशा की तीनों गाड़ी, एक सांची की गाड़ी आग बुझाने में गई थी। विदिशा की तीनों गाड़ी ने चार-चार चक्कर लगाए हैं , जबकि सांची की गाड़ी ने एक ही चक्कर लगाया। सुबह 8:00 बजे आग को बुझा पाए है । रोजाना 8 से 10 जगह नवाई में आग लग रही है , इस साल अभी तक, सागोदा, शमशाबाद और मानपुर में खड़ी फसल में आग लग चुकी है। इस सीजन में पहली बार नरवाई की आग से घरों में आग लगी है ।
भैंस और बकरी के बच्चे जिंदा जले
स्थानीय निवासी गजेंद्र किरार ने बताया कि बिजली न होने के कारण मोटर नहीं चल पाई। लोगों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया। भूसे के ढेर और लकड़ी में लगी आग से स्थिति और बिगड़ गई। इस हादसे में एक भैंस बुरी तरह झुलस गई और उसका बच्चा मर गया। साथ ही बकरियों के 5 बच्चे भी जिंदा जल गए।
नुकसान का आकलन किया जा रहा
तहसीलदार अजय पाठक के मुताबिक ग्रामीणों ने बताया था कि एक दिन पहले दूसरे गांव में नरवाई में आग लगी थी , वह आग धीरे-धीरे उनके गांव तक पहुंच गई। ये आग पारसी टुंडा गांव में बाहर बने टपरों तक आ गई। जिसमें 9 टपरें जल गए। घरों में रखा अनाज, खाने-पीने का सामान , भूसा, कंडे, एक भैंस का पाड़ा जिंदा जल गया, एक भैंस भी जल गई, उसकी एक आंख खराब हो गई। वहीं 5 बकरी और 5 बकरा लापता हो गए हैं । आग से नुकसान का आकलन किया जा रहा है । पीड़ितों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाएगा । खेतों में आग लगाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी ।