
The tiger roared in the well and the second dead tiger flowed in the river
राष्ट्रमत न्यूज बालाघाट(ब्यूरो)। मंगलवार को बाघ के दो मामले सामने आए एक जहां रेस्क्यू टीम ने समय पर कार्रवाई कर कुएं में गिरे बाघ को सुरक्षित निकाल लिया। तो वहीं दूसरी ओर बंजर नदी में एक बाघ का शव बहता हुआ दिखाई दिया।एक तरफ समय पर कार्रवाई से बाघ की जान बचाई गई तो दूसरी ओर एक बाघ की संदिग्ध मौत कई सवाल खड़े कर रही है।
कुंए में दहाड़ने लगा बाघ
पहली घटना 21 और 22 जुलाई की मध्यरात्रि की है। बालाघाट जिले के मालखेड़ी गांव के ग्रामीण कुंए में बाघ को जिंदा देखकर हैरान हो गए। लेकिन जब वो दहाड़ने लगा तो सभी दहशतजदा हो गए।जिसकी सूचना मिलते ही खापा वन परिक्षेत्र अधिकारी देर रात्रि पहुंचे और तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई।
कुंए से निकल कर भाग गया
कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक रवींद्र मणि त्रिपाठी के निर्देश पर मलाजखंड और सिझोरा की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर महज 2 घंटे में बाघ का रेस्क्यू आपरेशन पूरा किया। बाघ को सुरक्षित कुएं से बाहर निकाल लिया गया। जो खुद जंगल की ओर लौट गया। इस दौरान गनीमत रही की बाघ ने रेस्क्यू टीम या किसी ग्रामीण पर कोई हमला नहीं किया और सीधा जंगल के रास्ते भाग गया।
बाघ का शव देखा गया
बाघ का दूसरा मामला कान्हा टाइगर रिजर्व के मुक्की क्षेत्र का है। जिसने वन विभाग को अलर्ट कर दिया। बंजर नदी में बहते हुए एक बाघ का शव देखा गया। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। शव को नदी के घाटों से बरामद करने के लिए कान्हा टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंचकर कार्यवाही करती रही।