
The first time killed naxalites were buried in balaghat
।
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)।बालाघाट में मुठभेड़ में मारे गए 56 लाख के इनामी नक्सलियों को शव स्थानीय स्तर पर दफनाया गया।यह पहली बार हुआ कि जिले में मुठभेड़ में मारे गए चारों नक्सलियों के शवों को पीएम के बाद दफनाने की कार्यवाही बालाघाट में की गई। इससे पूर्व मृतक नक्सलियों के शवो को घर भेजा गया था।14 जून को सोनेवानी चौकी के पचामा दादर और कटेझिरिया के जंगल में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे। मारे गए नक्सलियों की पहचान रवि उर्फ बदरा, रीता उर्फ तिब्बी, इमला उर्फ तुलसी और सुमन उर्फ अड़मे वेको के रूप में हुई है। सभी जीआरबी डिवीजन के मलाजखंड दलम में एसीएम के पद पर थे।
शवों को दफनाया गया
रवि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले का था। रीता महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की थी। इमला और सुमन छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले की रहने वाली थीं।मंगलवार की शाम को मृतक नक्सलियों के परिजनों और उनके पूर्व साथियों से शिनाख्त कराई गई। डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। इसके बाद कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में वैधानिक प्रक्रिया के तहत शवों को दफनाया गया।
जंगल से कंधे पर लेकर सड़क तक लाए
सभी नक्सली 100 से अधिक अपराधों में शामिल थे। प्रत्येक पर 14 लाख रुपए का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के बाद जवान शवों को जंगल से कंधे पर लेकर सड़क तक लाए। पहले की घटनाओं में मृतक नक्सलियों के शव उनके घर भेजे जाते थे।जिसमें नक्सली रवि, ग्रेनेड लांचर चलाने में एक्सपर्ट था। वह टेक्निकली साउंड था। जो पहले दर्रेकसा दलम में था। जिसके बाद वह मलाजखंड दलम में आ गया था। जबकि मारी गई महिला नक्सली, रीता, मलाजखंड दलम के डीवीसीएम चंदु की पत्नी थी।
मार गिराए थे चार महिला नक्सली
इससे पहले इसी वर्ष 19 फरवरी को बालाघाट पुलिस ने 62 लाख के इनामी नक्सली कमांडर और एसीएम स्तर की चार महिला नक्सलियों को मार गिराया था। कान्हा के वनक्षेत्र सूपखार के घने जंगलो में रौंदा फारेस्ट कैंप के पास हॉक फोर्स, पुलिस बल और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 62 लाख की ईनामी महिला नक्सलियों में 2015-16 से नक्सली गतिविधि में सक्रिय आशा, शीला और रंजीता और नई भर्ती में लख्खे मरावी को मार गिराया था।