
The entire village mobilized against the liquor shop
वारासिवनी (ब्यूरो)। वारासिवनी तहसील क्षेत्र के ग्राम पाथरी के ग्रामीण सरपंच, स्कूली छात्र,छात्राएं और महिलाओं ने सामूहिक रूप से कहा कि यहां शराब दुकान नहीं खुलने देंगे। नेवरगांव से विस्थापित हुई शराब दुकान पाथरी में खुलने की संभावना है। अभी नेवरगांव के एक नीजि स्कूल के पीछे शराब की दुकान संचालित है। पूरा गांव शराब दुकान के खिलाफ खड़ा हो गया है।
स्कूल के पीछे है शराब दुकान
नेवरगांव के एक निजी स्कूल के पीछे वारसिवनी-लालबर्रा मुख्य मार्ग से लगभग सौ मीटर भीतर शराब दुकान संचालित है। यह शराब दुकान किसी आपत्ति के चलते इस विस्थापित किया जा रहा है। शराब दुकान के लिये कोई और स्थान नहीं मिलने के कारण संचालकों द्वारा दुकान को गांव की सीमा से दूर ले जाकर उक्त शराब दुकान को नेवारगांव-पाथरी मार्ग पर गुप्ता फार्म हाउस के सामने खोलने की सूचना गांव वालों को मिली है। शराब दुकान निर्माण प्रारंभ कर दिया गया है। जानकारी मिलने पर अब पाथरी के ग्रामीण शराब दुकान खोले जाने का विरोध कर रहे है।
इसलिए शराब दुकान का विरोध
विरोध में उतरे ग्रामीणो का कहना है कि शराब ठेकेदार अपनी दुकान कही और किसी स्थान पर ले जाये।हमें कोई आपत्ति नहीं है, किंतु पाथरी से नेवरगांव मार्ग पर दुकान खोलने नहीं देगें। हम अपने गांव के करीब शराब का अड्डा तैयार होने नहीं देगें। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि वारसिवनी लालबर्रा मुख्य मार्ग से पाथरी मार्ग पर हमारे गांव की महिलाएं पैदल आना जाना करती है। वही गांव के बच्चे भी रोजाना नेवरगांव स्कूल आना जाना करते है। हमारी बच्चियां कभी पैदल जाती है तो कभी उनका सायकल से आना जाना रहता है। यदि यहां शराब दुकान खुलेगी तो मार्ग पर शराबियों का जमावड़ा होगा और अपराधी तत्वों की सक्रियता बढेगी। जिससे कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित होने की संभावना बढ़ जायेगी। जिस स्थान पर शराब दुकान खोलने की मंशा बनाई गई है, वहां से हाई टेंशन बिजली का पोल भी है। जो कभी बड़ी दुर्घटना कारण बन सकता है। ऐसे स्थान पर भी दुकान खोलने का कोई प्रावधान नही है। प्रशासन ने जबरिया शराब दुकान खोलने का प्रयास किया तो शराब दुकान नहीं चलने देंगे।
तो गांव भूख हड़ताल करेगा
गांव की एक महिला ने बताया कि उनका गांव पिछले कई सालो से नशा मुक्त गांव की श्रेणी में पहचाना जाता है। बीते कई सालों से लोगों ने शराब का सेवन प्रतिबंधित किया हुआ है। गांव में लगभग सभी परिवार इसका पालन करते हैं क्यांें कि हम सभी शराब सेवन के विरोधी है। ऐसे में घर परिवार को बर्बाद करने वाली गंदगी तो अपने गांव में दूर गांव की सीमा में भी पनपने नही देगें। ठेकेदार नहीं मानेगा तो पूरा गांव भूख हड़ताल पर उतर आयेगा।