
The cm of punjab will not change the challenges
नई दिल्ली (ब्यूरो)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने सारी अटकलों को विराम दे दिया ।उन्होंने दो टुक कहा कि पंजाब का मुख्यमंत्री नहीं बदलेगा। जबकि यही माना जा रहा था कि अरविंद केजरीवाल पंजाब का रूख करेंगे। कल पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया था कि आप के 30 विधायक हमारे संपर्क में है। इसके बाद केजरीवाल ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली बुला कर उनसे बातें की। इन सबके बीच पंजाब में कई चुनौतियां है।
पार्टी की साख को बनाए रखना
मीटिंग के दौरान केजरीवाल ने अपने विधायकों कोे तीन मंत्र दिए। उन्होंने कहा. लोगों से जुड़ो, मुद्दों को पहचानों और डटकर लड़ो। ऐसा माना जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद अब पार्टी के वर्किंग स्टाइल में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
पंजाब में सत्ता में आने से पहले आप ने 5 गारंटियां दी थीं। इनमें सबसे अहम गारंटी थी 18 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को हर महीनें एक हजार रुपए देना, लेकिन यह गारंटी अभी तक ठंडे बस्ते में पड़ी है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की मजबूत सरकार है, लेकिन विधायकों व अन्य नेताओं के पास इतनी पावर नहीं है। जिस वजह से कई अफसर भी विधायकों की नहीं सुनते हैं। यह मामला पार्टी की मीटिंगों के अलावा विधानसभा में भी उठ चुका है।
राज्य पर बढ़ता कर्ज
पंजाब पर इस समय 3.75 लाख करोड़ का कर्ज है। इस वजह से विकास योजनाओं के लिए फंड जुटाना मुश्किल हो रहा है। मुफ्त बिजली, महिलाओं को फ्री बस सर्विस और अन्य विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए भी पैसे की जरूरत है। मौजूदा वित्तीय वर्ष में 28 हजार करोड़ का कर्ज लेना पड़ा है। इन समस्याओं से निपटने के साथ पार्टी की साख को बनाए रखना है,ताकि अगली बार चुनाव में दिल्ली की तरह पार्टी का हाल न हो।
पंजाब में नेतृत्व परिवर्तन नहीं
लेकिन आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने खुद साफ कर दिया है कि पंजाब में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होने वाला है। इसका मतलब साफ है कि भगवंत मान ही आगे भी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार चलाने वाले हैं। वैसे इससे पहले सीएम भगवंत मान ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा था कि पंजाब को किए सारे वादे पूरे होंगे, हर गारंटी को संपन्न किया जाएगा।
भगवंत मान ने कहा
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब से हमारे सभी कैबिनेट मंत्री और विधायक यहां आए थे। हमारे राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी आए थे। चुनाव में पंजाब के हमारे साथियों ने बहुत मेहनत की, इसलिए उन्होंने उनका धन्यवाद किया। पंजाब में हमारी सरकार लोगों के हित में बहुत काम कर रही है, चाहे बिजली का क्षेत्र हो या शिक्षा का, हम वहां काम कर रहे हैं और हमें इसमें और भी तेजी लानी है।मान ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हार-जीत होती रहती है, हम दिल्ली की टीम के अनुभव का पंजाब में इस्तेमाल करेंगे… हमारी पार्टी अपने काम के लिए जानी जाती है, हम धर्म, गुंडागर्दी की राजनीति नहीं करते… आज हमारी दिल्ली और पंजाब की टीमों ने मिलकर फैसला किया है कि हम पंजाब को एक मॉडल बनाएंगे और देश को दिखाएंगे।
तो हलचल मचती है, अफवाहें फैलती हैं
शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- जिस तरह से हार हुई, वह उनके लिए भी हैरान करने वाला है। तीन चुनाव जीतने के बाद जब हार का सामना करना पड़ता है, तो हलचल मचती है, अफवाहें फैलती हैं, कयास लगाए जाते हैं। BJP विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा- केजरीवाल पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के लिए रास्ते तलाश रहे हैं। वे दिखाना चाहते हैं कि भगवंत मान फेल हो गए हैं। वह विधायकों से ये बात कहलवाएंगे। वे वहां की बहनों को 1000 रुपए नहीं दे पा रहे। यह सारा दोष मान के सिर पर मढ़ा जाएगा।