
The body of the killed naxalites handed over to the family members
बालाघाट। कान्हा के वनक्षेत्र सूपखार के घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में मारी गई चार महिला नक्सलियों का पोस्टमार्टम कर दिया गया है। शनिवार देर रात कड़ी सुरक्षा के बीच शवों को परिजनों के हवाले किया गया। पुलिस ने पी.एम.की पूरी प्रक्रिया से मीडिया को दूर रखा। देर रात शवों को एम्बुलेंस और अन्य वाहनों से उनके गृह ग्राम को भेज दिया गया।
बीस लाख की इनामी नक्सली
गौरतलब है कि 19 फरवरी को रौंदा फारेस्ट कैंप के पास मुठभेड़ में हाकफोर्स के जवानों ने चार महिला नक्सलियों को मार गिराया था। मारी गई नक्सलियों में भोरमदेव एरिया कमेटी की 20 लाख की इनामी कमांडर आशा शामिल थी। अन्य तीन 14-14 लाख की इनामी नक्सली थीं। इनमें कमेटी एसीएम रंजीता उर्फ रमली अलमी, एसीएम सरिता उर्फ शीला उर्फ पदम और एसीएम लख्खे मरावी शामिल थीं। जहां आशा, शीला और रंजीता विस्तार दलम में 2015-16 से सक्रिय थीं। वही लख्खे मरावी की नक्सली दल में नई भर्ती हुई थी। मुठभेड़ में करीब 25 से 30 नक्सली शामिल थे। बाकी नक्सली जंगलों का फायदा उठाकर भाग निकले।
शव की शिनाख्ती करवाई गयी
मुठभेंड के बाद मारे गये नक्सलियों का शव बालाघाट जिला अस्पताल लाया गया और मर्चुरी भवन में रखा गया था। परिजनों को सूचना दी गयी कि वो शव ले जाएं।। जब परिजन बालाघाट पहुंचे तो उनकी मौजूदगी में शव की शिनाख्ती करवाई गयी। शव का पोस्टमार्टम के बाद परिजनो को सौंप दिया गया।