
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर विधानसभा में हाथापाई और हंगामे पर बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि विधानसभा में संविधान का गला घोंटने की कोशिश हुई। कांग्रेस नेशनल कान्फ्रेंस देश तोड़ने का काम कर रही है।यासीन मलिक जो आतंकी है उसकी पत्नी गांधी परिवार को लिख कर मदद मांग रही है। जिसने कश्मीर में कहर मचाया। हजारों बेगुनाहों की जानें ली ।
संविधान का गला घोंटा गया
स्मृति ईरानी ने कहा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से आतंकी घटनाएं कम हुई हैं। विधान सभा में 370 की बहाली का प्रस्ताव पास करके आदिवासी दलित और महिलाओं के अधिकारों का हनन करने की कोशिश की गई। इंडी अलायंस के लोग भारत के संविधान के खिलाफ एक नई जंग करते हुए दिखते रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय
भारत की संसद और सुप्रीम कोर्ट का निर्णय सबको मान्य है। उस निर्णय को अपमान करने का अधिकार किसने दिया। सवाल यह है कि संसद के अधिकारों को चैलंेज करने का अधिकार कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस को किसने दिया। 370 हटने के बाद जो दलित और आदिवासी को जो अधिकार दिया गया था उसको कांग्रेस निरस्त क्यों करना चाहती। कायदे से नई सरकार को जनता के विकास के लिए काम करना चाहिए। लेकिन इसके बजाय उलूल जुलुल के काम में लगे हैं
राहुल को यासीन की पत्नी का पत्र
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अलगाववादी नेता यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर अपने पति को इंसाफ दिलाने की मांग की है। इस पत्र में मुशाल ने कहा कि यासीन जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। मुशाल ने यह मामला राहुल से संसद में उठाने की अपील की है। यासीन देशद्रोह के आरोप में जेल में बंद हैं। 2022 में एक निचली अदालत ने यासीन को उम्रकैद की सजा सुनाई थी