
Stoning bus opreator absconding doctor dies
रीवा। भवानी ट्रेवल्स और इंटरसिटी बस संचालकों के बीच चल रहे विवाद में इंटरसिटी बस पर करवाए गए पथराव में एक डाक्टर की जान चली गयी थी। उसके बाद कर चोरहटा थाने की पुलिस ने पथराव वाले मामले में दो अपचारी बालक सहित एक युवक दिव्यांश सिंह को गिरफ्तार किया है।
दिव्यांश पत्थराव के लिए ले गया था
गिरफ्तार युवक दिव्यांश सिंह ने दोनों अपचारी बालकों को अपनी बाइक में बिठाकर घटनास्थल तक ले गया था। दोनों बच्चों ने बस में पथराव किये थे। उसके बाद दिव्यांश ने दोनों अपचारी बालकों को मौके अपनी बाइक में बिठाकर फरार हो गया।
पथराव करने का षड्यंत्र रचा
पथराव के मामले में एडिशनल एसपी अनिल सोनकर ने बताया कि 3 मार्च को इंटरसिटी और जय भवानी ट्रेवल्स संचालक के बीच पिछले कई माह से विवाद चल रहा था। जय भवानी ट्रेवल्स के बस संचालक दर्शन सिंह ने इंटरसिटी बस में पथराव करने का षड्यंत्र रचा था। जिसके लिए दो अपचारी बालकों को पैसे देकर दिव्यांश सिंह के साथ चोरहटा थाने के करीब भेजा गया था।
पत्थराव में डाॅक्टर की मौत
जैसे ही इंटरसिटी बस चोरहटा थाने के करीब पहुंची तो घात लगाकर बैठे अपचारी बालकों ने सामने से आ रही बस पर ताबड़तोड़ पत्थर बाजी कर दी। पत्थरबाजी की इस घटना में बस चालक कांच लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हुआ। वहीं रीवा से इंदौर जा रहे डाॅ हीरामणि वर्मा को भी पत्थर लगी। जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए।जिन्हें उपचार के लिए संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया। उपचार के दौरान डाॅ हीरामणि की मौत हो गयी। पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियो की तलाश शुरू की।
दर्शन सिंह फरार
एडिशनल एसपी अनिल सोनकर के मुताबिक आरोपियों की धर पकड़ के लिए पुलिस की अलग अलग तीन टीमें बनाई गयी। जिसमें टेक्निकल टीम ने 100 से अधिक कैमरों की छानबीन करने के बाद आरोपियों की पहचान सुनिश्चित की और उसके बाद अलग.अलग टीमों ने इंदौर सहित हर संभावित जगहों पर छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान दो अपचारी बालक सहित दिव्यांश सिंह पुलिस के हत्थे लग गया। लेकिन घटना का षड्यंत्र रचने वाला जय भवानी ट्रेवल्स का संचालक दर्शन सिंह फरार है। जिसकी तलाश जारी है।