
Stol factor 8 injection with duplicate key of store room
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट(ब्यूरो)।बालाघाट जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर से 8 लाख 32 हजार रुपए के फेक्टर-8 इंजेक्शन चोरी हो गए थे। मामले में बुधवार को पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी मोहगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट जैनिस टेकाम है। उसके साथ गर्रा निवासी मनदीप टेकाम को भी पकड़ा गया है। आरोपियों ने चोरी के बाद जिस स्कार्पियों का इस्तेमाल किया उसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। आरोपियों ने स्टोर रूम की डुब्लीकेट चाबी बनाकर अस्पताल से चुराए थे फेक्टर 8 इंजेक्शन।
चोर धक्का देकर फरार हुए थे
गौततलब है कि बालाघाट जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में सोमवार रात को दवा स्टोर रूम से फैक्टर8 इंजेक्शन के 43 डब्बे चुराने की घटना सामने आई थी। चोरी गए इन इंजेक्शन की कीमत लगभग 8 लाख रुपए है। सीसीटीवी फुटेज में चोर को हमालों के साथ इंजेक्शन के डब्बे ले जाते देखा गया। महिला मनोरमा नागेश्वर और एक गार्ड ने चोर को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन चोर ने उन्हें वाहन से घसीटते हुए धक्का दिया और फरार हो गया।
चोर ने स्टोर रूम का ताला तोड़ा
सिविल सर्जन डाॅ निलय जैन ने बताया कि चोर ने स्टोर रूम का ताला खोलकर फैक्टर.8 इंजेक्शन के चार कार्टून चुरा लिए। फैक्टर8 एक महंगा इंजेक्शन है जो जन्मजात रक्त स्राव विकार वाले मरीजों को दिया जाता है।डाॅ जैन को पहले ही शह हो गया था कि चोर अस्पताल का जानकार है। उसने गार्ड को स्टाफ बताकर अंदर प्रवेश किया और सीधे स्टोर रूम पहुंचकर विशेष इंजेक्शन के डब्बे चुराए।अस्पताल प्रबंधन ने मंगलवार को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस मामले फैक्टर 8 इंजेक्शन सहित आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया।
स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद
पुलिस ने आरोपियों से चोरी में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो और स्कूटी बरामद की है। मामले का खुलासा 24 घंटे के भीतर कर लिया गया।सीएसपी वैशाली कराहलिया ने बताया कि जैनिस का अस्पताल में आना-जाना लगा रहता था। उसने ट्रॉमा सेंटर के स्टोर रूम की चाबी का डुप्लीकेट बनवाया। फिर अपने दोस्त के साथ मिलकर इंजेक्शन चुरा लिए।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
आरोपी इंजेक्शन को ऑटो से गर्रा ले गए। वहां से स्कॉर्पियो में लोड कर लालबर्रा क्षेत्र के लबादा के पास छिपा दिए। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की मदद से पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा। उनके पास से 8 लाख 32 हजार रुपए कीमत के चार कार्टून इंजेक्शन बरामद किए गए।सीएसपी ने बताया कि अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड की लापरवाही सामने आई है। यह भी जांच की जा रही है कि कोई गार्ड आरोपियों से मिला हुआ तो नहीं था। फार्मासिस्ट को पता था कि इन इंजेक्शन को बाहर बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसलिए उसने यह वारदात की।