
Special prayers in mosques on moharram
राष्ट्रमत न्यूज,बालाघाट।(ब्यूरो)। बालाघाट में मोहर्रम के अवसर पर यौमे आशुरा का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मोहर्रम की 10 तारीख को यौमे आशुरा के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 6 जुलाई, रविवार को मनाया गया।जामा मस्जिद में इमाम ने हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत को याद किया।
मस्जिदों में विशेष नमाज
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों और घरों में विशेष नमाज अदा की। शनिवार की रात से ही जिले के मुस्लिम बहुल वाले क्षेत्रों में विशेष आयोजन शुरू हो गए। वार्ड नंबर 3 चांदनी चौक समेत कई स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। परंपरा के अनुसार कुछ युवाओं ने अंगारों पर चलकर अपनी श्रद्धा प्रकट की।रविवार को जिले की सभी मस्जिदों में विशेष नमाज का आयोजन किया गया। मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में खिचड़ा और शरबत का वितरण किया गया। श्रद्धालुओं ने कब्रिस्तान जाकर अपने दिवंगत परिजनों को याद किया।
जामा मस्जिद में इमाम ने हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की शहादत को याद किया। उन्होंने बताया कि कर्बला के मैदान में धर्म और मानवता की रक्षा के लिए इमाम हुसैन और उनके साथियों ने अपना बलिदान दिया था। इमाम ने देश में शांति और समृद्धि के लिए दुआएं भी मांगी।त्योहार के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। मुस्लिम बहुल इलाकों, चौक-चौराहों और मार्गों पर पुलिस बल तैनात रहा।