
So we will build houses for government employees at cheap rates
नई दिल्ली (ब्यूरो)। चुनाव से पहले नई दिल्ली के पूर्व सीएम अरिंवद केजरीवाला ने एक नया सियासी दांव खेल कर तृतीय वर्ग के कर्मचारियों को अपनी ओर करने की चाल चली है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार सस्ते दर पर जमीन दे तो हम सरकारी कर्मचारियों के लिए सस्ते मकान बनाकर दे सकते हैं। आप प्रमुख ने यह भी कहा कि पहले यह योजना सफाई कर्मचारियों के लिए लाई जाएगी फिर बाद में अन्य सरकारी कर्मचारियों के लिए भी दिल्ली सरकार घर बनाएगी।
मकान की बड़ी समस्या
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘दिल्ली में रहने के मकान की बड़ी समस्या है। खासकर गरीब आदमी के लिए अपना घर लेना बहुत मुश्किल है। मैं जब अपनी विधानसभा में घूम रहा हूं तो बहुत सारे कर्मचारी आते हैं। सफाई कर्मचारी जब रिटायर हो जाता है तब तक तो उसे सरकारी निवास मिल जाता है। जब वो रिटायर हो जाता है तो वह लगभग सड़क पर आ जाता है। उसकी उतनी पेंशन नहीं होती कि वो किराये पर घर ले सके। मैंने कई ऐसे सफाई कर्मचारियों को देखा जो रिटायरमेंट के बाद में झुग्गी में अपना जीवन जीने के लिए मजबूर हैं।’
मोदी को केजरीवाल ने लिखा खत
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ आज मैंने प्रधानमंत्री मोदी को एक खत लिखा है। उसमें कहा है कि दिल्ली के अंदर सरकारी कर्मचारियों के लिए योजना बनाई जाए। लैंड जो है वो केंद्र सरकार के अधीन आती है। अगर केंद्र सरकार सस्ती जमीन दे दो उस पर दिल्ली सरकार मकान बनवा देगी और आसान किस्तों पर सरकारी कर्मचारी उसका पैसा भुगतान कर सकेंगे। मैंने आज उनसे निवेदन किया है कि इसकी शुरुआत हम सभी सफाई कर्मचारियों से शुरू कर सकते हैं। एनडीएमसी के कर्मचारी हैं और नगर निगम के कर्मचारी। इन लोगों से इनकी शुरुआत की जाए। जिसके तहत केंद्र सरकार जमीन दे और दिल्ली सरकार उस पर घर बनवा दे। मैं उम्मीद करता हूं कि केंद्र सरकार इसके लिए राजी होगी। क्योंकि यह गरीबों के बारे में है। एक बार ये स्कीम शुरू हो गई तो यह फिर बाकी कर्मचारियों के लिए भी लागू करेंगे।’