
Shiv sena warned against the film chhava
मुंबई (ब्यूरो)। विक्की कौशल की फिल्म छावा के ट्रेलर रिलीज होने के बाद उसका विरोध शुरू हो गया है। इस फिल्में डांस सीन को लेकर शिवसेना की भवें तन गयी है। विक्की कौशल छपपति संभाजी महाराज और रश्मिा मंदाना उनकी पत्नी महारानी येसुबाई के किरदार में हैं। मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज की जिंदगी पर आधारित फिल्म छावा के ट्रेलर रिलीज होते ही महाराष्ट्र में तूफान खड़ा हो गया। छत्रपति शिवाजी के वंशज और पूर्व राज्यसभा सांसद संभाजी राजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे समेत कई मराठा राजनेताओं ने ट्रेलर के एक दृश्य पर आपत्ति जताई, जिसमें छत्रपति संभाजी अपनी पत्नी येसुबाई के साथ लेजिम नृत्य कर रहे हैं। आपत्तियों के बाद निर्देशक लक्ष्मण उटेकर तुरंत राज ठाकरे से मिले और फिल्म से इस नृत्य को हटाने का वादा किया। विवाद में महाराष्ट्र के उद्योग और मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत को उतरना पड़ा। उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट और इतिहासकारों को दिखाए बिना यह फिल्म रिलीज नहीं करनी चाहिए।
बेरहमी से हत्या कर दी
छत्रपति संभाजी ने औरंगजेब को पूरे भारत को जीतने का सपना पूरा नहीं होने दिया। उनकी पत्नी का नाम येसुबाई था। कहा जाता है कि पत्नी के भाई गणोजी शिर्के की गद्दारी के कारण ही छत्रपति संभाजी महाराज को रत्नागिरि के समीप संगमेश्वर के दुर्ग में मुग़ल सरदार मुकरब खान ने बंदी बना लिया। बागी बेटे अकबर को शरण देने से चिढ़े औरंगजेब ने उनकी बेरहमी से हत्या कर दी और शव के टुकड़े तुलापुर के नदी में फिंकवा दिए।
छावा फिल्म में विवाद क्या है?
छत्रपति संभाजी के जीवन पर आधारित फिल्म छावा में एक्टर विक्की कौशल राजा की भूमिका में हैं जबकि अभिनेत्री रश्मिका मंदाना उनकी पत्नी येसुबाई का कैरेक्टर प्ले कर रही हैं। ट्रेलर में दोनों महाराष्ट्र के प्रसिद्ध लेजिम नृत्य कर रहे हैं। ट्रेलर के एक दृश्य ने महाराष्ट्र में विवाद खड़ा कर दिया है। छत्रपति के वंशज संभाजीराजे ने गाने में लेजिम पर राजा और रानी के नृत्य पर आपत्ति जताई। इस दृश्य का विरोध करने वालों का कहना है कि संभाजी महाराज बचपन से शिक्षा में बीता। 14 साल की उम्र में ही उन्होंने साहित्य रचना की। पिता शिवाजी महाराज के साथ औरंगजेब ने उन्हें कैद किया था। इसके बाद से छोटी उम्र में ही वह मुगलों के खिलाफ युद्ध में उतर गए और ताउम्र लड़ते रहे। उन्हें नर्तक के तौर पर दिखाना उचित नहीं है।
मनसे ने दी थी मेकर्स को चेतावनी
शनिवार को महाराष्ट्र के उद्योग और मराठी भाषा मंत्री उदय सामंत ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि यह खुशी की बात है कि धर्म और स्वतंत्रता के रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित एक हिंदी फिल्म बनाई जा रही है। हमारा रुख यह है कि इस फिल्म को एक्सपर्ट और को दिखाए बिना रिलीज नहीं किया जाना चाहिए। फिर मनसे ने भी मेकर्स को चेतावनी दे दी। राज ठाकरे की पार्टी के विरोध के कारण कई फिल्मों को रिलीज करने में दिक्कत आ चुकी है। इसके बाद निर्देशक लक्ष्मण उटेकर ने कहा कि इस लेजिम नृत्य से जुड़े सीन को फिल्म से हटा दिया जाएगा।
महाराष्ट्र का लेजिम नृत्य क्या है?
लेजिम महाराष्ट्र के कोंकण इलाके का ग्रुप डांस यानी समूह नृत्य है, जिसे अक्सर शादी समारोहों में किया जाता था। इसमें शारीरिक कौशल से करतब दिखाने वाले एक्सपर्ट भी शामिल होते हैं। छोटे ढोल या ढोलकी के धुन और झाल जैसे एक अन्य वाद्य यंत्र की धुन पर पगड़ी पहने लोग तेज नृत्य करते हैं। कदम बढ़ाना, बैठना, कूदना इस डांस के स्टेप हैं। ढोल की थाप पर यह डांस धीरे-धीरे तेज हो जाता है। पहले इस आयोजन में सिर्फ संगीत होता था, अब लोग गानों के धुन पर भी नाचते गाते हैं। गणेश प्रतिमा के विसर्जन के दौरान यह अब देखा जा सकता है। महाराष्ट्र के कई स्कूलों में लेजिम अब फिजिकल एजुकेशन का हिस्सा बन गया है।