
Self -respect is necessary with rites in education -patel
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री और रीवा जिले के प्रभारी मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा है कि शिक्षा में संस्कार के साथ स्वावलंबन, स्वाभिमान वमूल्य आवश्यक हैं। विश्वविद्यालय शिक्षा का उद्गम स्थल है, जहाँ से कई पीढ़ियाँ सफलताओं केशिखर पर पहुंचती हैं और आने वाले समय में भी पीढ़ियाँ उत्तरोत्तर आगे बढ़ती रहेंगी। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए मनीषियों के संकल्पों को पूरा करने का आह्वान किया। प्रभारी मंत्रीने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के 58वें स्थापना दिवस पर विश्वविद्यालय परिवार कोशुभकामनाएं दीं।
शिक्षा सिर्फ बुद्धि बढ़ाने का माध्यम नहीं है
विश्वविद्यालय के पंडित शंभूनाथ शुक्ल सभागार में स्थापना दिवस समारोह में प्रभारी मंत्री ने कहा कि शिक्षा के विषय में हमारे वेदों ने सद्विचार उद्धरित किए हैं। शिक्षा सिर्फ बुद्धि बढ़ाने का माध्यम नहीं है। शिक्षकों, विद्यार्थियों और अभिभावकों की भी इसमें सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।उन्होंने कहा कि परिश्रम से ही सफलता में उच्च स्थान प्राप्त होता है। सद्विचार व्यक्ति को ऊंचाईयों तक पहुंचाने में सक्षम होते हैं। श्री पटेल ने युवा पीढ़ी से नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने
कहा कि आज के परिवेश में नशा चुनौती बन गया है। इससे दूर रहकर ही आने वाली पीढ़ी का भविष्य
उज्ज्वल होगा।
सफलता की नित नई ऊंचाईयाँ छू रहा
कार्यक्रम में पूर्व महापौर वीरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय सफलता की नित नई ऊंचाईयाँ छू रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए स्वर्गीय अवधेश प्रताप सिंह ने जो सपना देखा उसे पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद नारायण सिंह ने पूरा किया। यह विश्वविद्यालय देश मेंअपनी उच्चतम रैंकिंग में पहुंचे यही शुभकामनाएं हैं। अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलगुरू राजेन्द्र कुमारकुड़रिया ने कहा कि आज का दिन पुरानी स्मृतियों को याद करने व भविष्य के संकल्प को पूरा करने का दिन है। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के लिए गौरव का दिन है जबकि प्रभारी मंत्री जीस्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए। कुलगुरू ने बताया कि विश्वविद्यालय में नवीन सत्र से 32डिप्लोमा व डिग्री के पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं जो समय के हिसाब से कारगर व उपयोगी साबितहोंगे। कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह परिहार ने स्वागत उद्बोधन दिया।