
Screams came from the irls home
डालटनगंज । झारखंड के पलामू बालिका गृह में यौन शोषण का एक गंभीर मामला सामने आया है। दो बच्चियों ने बालिका गृह के संचालक और एक महिला कर्मी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। यह घटना प्रकाश में आई जब कुछ मानवाधिकार कार्यकर्ता बालिका गृह का दौरा कर रहे थे। पुलिस ने पोक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़ित बच्चियों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
एनजीओ की देखरेख
बालिका गृह में यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। महिला थाना में पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए सुपरिंटेंडेंट राम प्रताप गुप्ता और महिला काउंसलर प्रियंका कुमारी (26) को रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।वहीं, शनिवार रात में ही बालिका गृह को खाली करा सील कर दिया गया। सभी बच्चियों को जेलहाता स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। बालिका गृह का संचालन समाज कल्याण विभाग की ओर से किया जाता है। तीन वर्षों से विकास इंटरनेशनल नाम का एनजीओ इसकी देखरेख कर रहा है।
आरोपी एनजीओ का सचिव
आरोपी रामप्रताप गुप्ता इस एनजीओ का सचिव है। यहां से बच्चियों के भाग निकलने की घटनाएं भी हुई हैं। यहां मंद बुद्धि और दिव्यांग बच्चियां भी रहती हैं।इस बालिका गृह में 28 लड़कियां रहती हैं। इनमें कुछ लड़कियां 18 वर्ष की उम्र पार कर गई है। पुलिस ने जब इनसे पूछताछ की तो उन्होंने कहा-बालिका गृह से निकलने की बात पर उनके सामने अधिकारियों को खुश करने की शर्त रखी जाती थी। बच्चियों पर दबाव डाला जाता था कि पहले खुश करो, फिर बाहर जाओ। पुलिस की जांच में पता चला है कि बालिका गृह की महिला काउंसलर ने कुछ बच्चियों की तस्वीर भी किसी को भेजी थी।
क्या है मामला
शनिवार को मेदिनीनगर के एक बालिका गृह की दो नाबालिग बच्चियों के यौन शोषण का मामला सामने आया था। इन दोनों ने बालिका गृह के सुपरिंटेंडेंट (संचालक) 72 वर्षीय रामप्रताप गुप्ता पर शोषण करने का आरोप लगाया है। बच्चियां उन्हें दादा कहकर बुलाती हैं। मामला सामने आने पर पुलिस बालिका गृह पहुंची।करीब छह घंटे तक जांच की। फिर आरोप सही मिलने के बाद पुलिस ने संचालक और बालिका गृह की महिला काउंसलर को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी राकेश सिंह ने बताया कि बच्चियों के शोषण की बात सही पाई गई है।
पीड़िता की बहन की हुई थी मौत
जिस नाबालिग ने संचालक पर यह आरोप लगाया है, वह नक्सल प्रभावित इलाके की रहने वाली है। उसके माता-पिता नहीं हैं। गांव के ही एक युवक ने उसके साथ रेप किया था। इस घटना के बाद दो साल पहले उसे बालिका गृह लाया गया था। पीड़िता के साथ उसकी छोटी बहन भी यहीं रहती थी। जून में उसकी मौत हो गई थी। उसका एक भाई भी बाल गृह में रहता है।
बच्चियों ने अपनी पीड़ा सुनाई
मानवाधिकार संगठन की टीम पलामू अध्यक्ष संध्या सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को बालिका गृह की व्यवस्था देखने गई थी। इसी दौरान टीम को कुछ बच्चियों ने अपनी पीड़ा सुनाई। उन्होंने बताया कि राम प्रताप गुप्ता बालिका गृह के पास ही बैंक कॉलोनी में रहता है।उन्हें एक बच्ची ने बताया कि दिवाली और छठ के बीच गुप्ता उसे दो बार अपने घर पर ले गया। वहां उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया। कुछ अन्य बच्चियों ने भी संचालक पर इसी तरह का आरोप लगाया। इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।