
School freed from unbeatable occupation of pm house
बालाघाट। खैरलांजी तहसील के पिंडकेपार गांव के स्कूल की जमीन पर गांव के 17 लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था। अतिक्रमण करने वालो के पीएम आवास भी बने हैं। गांव के कुछ लोगों ने कोर्ट में इसकी शिकायत की। इसके बाद तहसीलदारने अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी किया। प्रशासन ने उनका अतिक्रमण हटाया और उनके घरेलू सामानो को व्यवस्थित करने में राजस्व अमले ने सहयोग किया।
मकान इसलिए तोड़े गए
गौरतलब है कि गांव में सड़क और बाउंड्रीवाल के लिए राशि मंजूर थी। लेकिन भूमि खाली कराने की बात आयी तो पंचायत की एक न चली। इसके बाद तहसीलदार छवि पंत थाना प्रभारी रामसिंह पटेल और नायब तहसीलदार दुलारे लाल परते अपने दल के साथ पहुँचे। तहसीलदार पंत ने बताया कि जिन लोगों द्वारा स्कूल की भूमि पर अतिक्रमण किया गया था, उनके पीएम आवास भी बने हुए है। लेकिन भूमि खाली नहंी करना चाह रहें थे। इस कारण उनके मकान तो तोड़े ही गए साथ ही घरेलू सामग्री भी उनके आवासों में व्यवस्थित रूप से राजस्व अमले ने भी सहयोग कर जमीन खाली कराई। पिंडकेपार के खसरा नम्बर 130 के 0.692 हेक्टेयर शासकीय से 17 नागरिको के पक्के मकानों तोड़े गए। सिर्फ एक व्यक्ति का मकान आधा तोड़ा गया है। खाली कराई गई भूमि की कीमत 1 करोड़ 5 लाख रुपये है।
कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही हुई
ग्राम पंचायत पिंडकेपार के द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण के संबन्ध में तहसीलदार खैरलांजी छवि पंत के पास शिकायत की गई थी। तहसीलदार द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण का मामला दर्जकर अनावेदकांे को सुनवाई का पर्याप्त अवसर प्रदान किया गया। इसके पश्चात बेदखली आदेश पारित किया गया था। अनावेदकों के द्वारा बेदखली सूचना तमिल होने के उपरांत भी स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया गया। ऐसी स्थिति में राजस्व एवं पुलिस के संयुक्त अमले के द्वारा मौके से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। कार्यवाही में अनावेदको के खिलाफ शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने के एवज में अर्थदंड भी आरोपित किया गया है। जहां एक ओर शासकीय भूमि अतिक्रमण मुक्त हुई वहीं उक्त भूमि पर पंचायत के द्वारा रुका हुआ बाउंड्री वाल एवं सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण हो सकेगा।