
School balaghat returned the highest amount to parents
बालाघाट। गत माह जिले की 10 स्कूलों में निर्धारित किताबों के अलावा अन्य पुस्तकों से अध्ययन कराने के लिए अभिभावकों पर अन्य प्रकाशकों की बुक्स खरीदने का मामला सामने आया था। कलेक्टर मृणाल मीना ने इसकी विस्तृत जांच करने के आदेश के बाद ली गई अधिक राशि वापस कराने के लिए तहसीलदारों की टीम गठित की गई। बुधवार को आयोजित हुई टीएल बैठक में उन्होंने जांच के सम्बंध में समीक्षा की। जिला शिक्षा अधिकारी श्री एके उपाध्याय ने बताया कि जांच के बाद अब तक 221 अभिभावकों को 2 लाख 59 हजार 844 रुपये वापस कराए गए है।
2 लाख रुपये तक जुर्माना
पाठशाला स्कूल बालाघाट ने की वापस की सबसे अधि क राशि निर्धारित किताबों के अलावा अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें स्कूलों में प्रचलित कराने के मामलें में बड़ीसंख्या में अभिभावकों को राशि वापस कराई गई है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री उपाध्याय ने जानकारी देतेहुए बताया कि पाठशाला स्कूल बालाघाट द्वारा 60 छात्रों/अभिभावकों को 1 लाख 17 हजार रुपये की राशि वापस की गई है। इसके अलावा जॉनसन किड्स स्कूल बूढ़ी ने 38 छात्रों को 50 हजार रुपये, सतपुड़ा वेलीपब्लिक स्कूल ने 60 छात्रों को 44574 रुपये,ओजस स्कूल बालाघाट ने 40 विद्यार्थियों को 26 हजार रुपये,ग्रीन वेली पब्लिक स्कूल ने 13 विद्यार्थियों को 16 हजार और कटंगी में कटेडरा की ट्यूलिप स्कूल ने 10छात्रों को 6270 रुपये अब तक वापस किये गए है। अभी भी इस सम्बंध में जांच जारी है। कलेक्टर श्रीमीना ने इस मामलें में निर्देश दिए है कि जो स्कूल राशि वापस नही कर रहें है, उन पर निर्धारित नियमानुसार 2 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जाए।
राशि वापस करने का नोटिस
कलेक्टर श्री मीना के 22 अप्रैल को दिए आदेशानुसार मप्र निजी विद्यालय (फीस तथा अन्य सम्बंधित विषयों का विनियम) अधिनियम-2017 कीधारा-6 व 9 तथा अधिनियम 2020 के नियम 6 (1) (घ) के अनुसार छात्र या अभिभावकों को पुस्तकें एवंअन्य सामग्री केवल चयनित विक्रेताओं से क्रय करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। इसके बादविस्तृत जांच प्रारम्भ हुई। जांच में आयी अनियमितता के बाद कलेक्टर श्री मीना के निर्देशों पर कारणबताओ नोटिस जारी किए गए। तीन दिनों के भीतर एनसीईआरटी द्वारा उपलब्ध कराई गई पुस्तकों केमूल्य को आधार मानकर पालकों व छात्रों से लिया गया अधिक मूल्य की राशि वापस करने का नोटिस जारी किये गए थे।