रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य सेवा की निलंबित अफसर सौम्या चौरसिया को जमानत मिल गई है। हालांकि जमानत के बाद भी सौम्या का जेल से निकलना मुश्किल है क्योंकि उन पर दूसरे केस भी चल रहे हैं। फिलहाल उन्हें आय से अधिक संपत्ति मामले में राहत मिली है।
बताया जा रहा है कि आय से अधिक संपत्ति के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरों की ओर से 60 दिनों में कोर्ट में चालान पेश नहीं किया गया। इसी के चलते ACB-EOW स्पेशल कोर्ट से जमानत मिल गई है। ACB की ही ओर से उन पर कोल लेवी घोटाला पर भी केस दर्ज है।
कोर्ट में चालान पेश नहीं किया
जानकारी के अनुसार, कोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले इसलिए जमानत दी है कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने 60 दिनों में कोर्ट में चालान पेश नहीं किया। सौम्या चौकसिया को आय से अधिक संपत्ति के मामले में जमानत तो मिल गई है लेकिन अभी जेल से उनकी रिहाई नहीं होगी। सौम्या चौरसिया को जेल में ही रहना पड़ेगा। उसके खिलाफ और भी मामले दर्ज हैं। ईओडब्ल्यू और एसीबी ने सौम्या चौरसिया के खिलाफ कोल लेवी घोटाले में भी केस दर्ज किया है। उन्हें अभी इस मामले में जमानत नहीं मिली है जिस कारण से वह जेल में ही रहेंगी
जमानतदार की शर्त पर जमानत
कई मामलों में रायपुर जेल में बंद सौम्या चौरसिया को एक मामले में कोर्ट से जमानत मिली है। आय से अधिक संपत्ति मामले में निर्धारित समय में चार्जशीट दाखिल नहीं होने पर एसीबी और ईओडब्लू की स्पेशल कोर्ट ने जमानत दे दी है। विशेष अदालत ने 50-50 पचास हजार रुपये के दो सक्षम जमानतदार की शर्त पर जमानत दी है। न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी के समक्ष सौम्या चौरसिया के अधिवक्ता फैजल रिजवी ने मंगलवार 7 जनवरी को जमानत आवेदन पेश किया था।आवेदन के बाद एसीबी/ईओडब्लू की ओर से आवेदन देकर बहस के लिए आज का समय मांगा गया था। एसीबी की ओर से श्लोक श्रीवास्तव और मिथिलेश वर्मा ने यह तर्क दिया कि एसीबी के प्रकरण में चार्जशीट दाखिल करने की मियाद 60 दिन बल्कि 90 दिन है। हालांकि कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद जमानत दे दी।
जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी
आय से अधिक संपत्ति मामले में सौम्या को जमानत तो मिल गई लेकिन एसीबी-EOW की ओर से ही कोल लेवी का केस सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है। ऐसे में सौम्या चौरसिया जमानत के बाद भी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी।छत्तीसगढ़ में कोयला लेवी घोटाले को लेकर राज्य के कई आईएएस अधिकारी जेल में हैं। इस मामले में कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को भी गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि वह इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड है।