
पटना (ब्यूरो)। अबकि बार बिहार के लोगों की सियासी पसंद बदल गयी है। चुनाव से पहले किये गए सर्वे की रिपोर्ट यही कहती है।यह अलग बात है कि नीतीश पिछले बीस सालों से मुख्यमंत्री हैं। लेकिन इस बार बिहार के लोग नीतीश को मुख्यमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते हैं। तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। दूसरे नम्बर पर नीतीश हैं। तीसरे नम्बर पर प्रशांत किशोर और अंत में सबसे कम चराग पसंद को लोगों ने वोट किया है। बिहार में नीतीश को एनडीए के साथ जाना लोगों को राश नहीं आ रहा है। तेजस्वी का साथ छोड़कर नीतीश का एनडीए से हाथ मिलाना उनके लिए सियासी रूपे से भारी नुकसान है।वैसे भी इस बार बीजेपी ने दौ सौ से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य तय की है। ऐसे में नीतीश का नम्बर कहां आता है वो खुद भी नहीं जानते है।अभी चुनाव हो जाए तो बंफर सीट राजद के खाते में जाती दिख रही है।
नीतीश की लोकप्रियता में भारी गिरावट
अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे और सी वोटर्स ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता का मिजाज जानने के लिए ये सर्वे कराया है । इसमें सियासी पार्टियों या गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी इसका सर्वे नहीं किया गया है ।बल्कि लोगों से ये जानने की कोशिश की गयी है कि मुख्यमंत्री के लिए उनकी पहली पसंद कौन है ।सर्वे का परिणाम बता रहा है कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता में भारी गिरावट आई है।
नीतीश की साख खराब
इंडिया टूडे औऱ सी वोटर्स के सर्वे के मुताबिक नीतीश कुमार अब बिहारियों के दिल से उतर रहे हैं. बिहार के सिर्फ 18 प्रतिशत लोग ही अब उन्हें मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं । इसका मतलब ये है कि बिहार के 82 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि नीतीश कुमार अब बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहे । सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक बिहार के 58 प्रतिशत लोगों का मानना है कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता में काफी गिरावट आई है । सर्वे में शामिल 13 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उनकी विश्वसनीयता में कुछ कमी आई है । वहीं, बिहार के 21 प्रतिशत का मानना है कि मुख्यमंत्री की विश्वसनीयता में कोई गिरावट नहीं आई है।
ये नेता हैं पहली पसंद
इंडिया टूडे और सी वोटर्स के सर्वे में लोगों से कई नेताओं के बारे में पूछताछ की गयी थी । लोगों से पूछा गया था कि वे किस नेता को मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं । सर्वे के मुताबिक 41 प्रतिशत लोगों ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाने की इच्छा जताई । अगर सर्वे के रिजल्ट पर यकीन करें तो तेजस्वी यादव अपने सियासी चाचा नीतीश कुमार से काफी आगे निकल चुके हैं।
चिराग का क्रेज खत्म
इस सर्वे के दौरान जब लोगों से मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पहली पसंद के बारे में पूछा गया तो 15 प्रतिशत ने लोगों ने कहा कि जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बेहतर मुख्यमंत्री साबित हो सकते हैं । वहीं, सिर्फ 8 प्रतिशत ने बीजेपी के नेता और मौजूदा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को सीएम पद के लिए बेहतर नेता बताया । सर्वे में सबसे बुरी स्थिति में चिराग पासवान नजर आये । कुछ महीने पहले तक चिराग पासवान बिहार के युवाओं में खासे लोकप्रिय थे । लेकिन इंडिया टुडे औऱ सी वोटर्स का सर्वे कह रहा है कि बिहार के सिर्फ 4 परसेंट लोग ही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष औऱ केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद के लिए योग्य नेता मानते हैं।
बदलाव चाहते हैं बिहार के लोग
इंडिया टुडे औऱ सी वोटर्स का सर्वे कह रहा है कि बिहार के 50 प्रतिशत लोग मौजूदा एनडीए वर्तमान सरकार से नाराज हैं और बदलाव चाहते हैं. सर्वे के मुताबिक बिहार के 22 प्रतिशत लोग सरकार से नाराज तो हैं लेकिन बदलाव नहीं चाहते ।वहीं, 25 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे ना तो सरकार से नाराज हैं और ना ही किसी बदलाव की इच्छा रखते हैं।
भारी चिंता का विषय
सर्वेक्षण के नतीजे ऐसे समय में सामने आए हैं जब नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए बीजेपी के 7 नये मंत्री बनाये हैं । इसके बाद बीजेपी ये कह रही है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव तो लड़ेंगे लेकिन अगला सीएम कौन होगा ये अभी तय नहीं है । बिहार में विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर-नवंबर में होगा । अगर सर्वे के नतीजे सही हैं तो ये तो एनडीए के लिए भारी चिंता का विषय हो सकता है।