
Rice millers vishal gave betel nut to teach millind a lesson
बालाघाट। कमला देवी राइस मिलर्स के संचालक विशाल गंगवानी ने तीस हजार रुपए की सुपारी देकर पत्रकार मिलिंद ठाकरे को सबक सिखाने का सौदा किया। उसका इरादा मिलिंद को जान से मरवाने का नहीं था। मिलिंद ठाकरे आरटीआई के जरिये उसे आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा रहे थे। इससे तंग आकर विशाल गगावानी जुर्म का रास्ता अख्तियार किया। कई सीसीटीवी फूटेज खंगालने के बाद पुलिस आरोपी तक पहुंची। चार आरोपी पकड़े गए और एक फरार है।
कई दिनों तक रेकी किया
पत्रकार मिलिंद ठाकरे पर चाकू से हमला सात अप्रैल को हुआ। घटना से पहले विशाल गंगवानी ने ही आरोपियों का मिलिंद ठाकरे का फोटो उपलब्ध कराया। आरोपी ने मिलिंद ठाकरे की कई दिनों तक रेकी किया। उसके बाद घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया।
सीसीटीवी से सुराग मिला
घटना दिनांक को बाईक में सवार दो अज्ञात नकाबपोश चाकू से पत्रकार मिलिंद ठाकरे की जांघ पर हमला कर फरार हो गये थे। प्रार्थी मिलिंद ठाकरे की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली ने मामला पंजीबद्ध कर तहकीकात शुरू की। गठित टीम ने प्रार्थी मिलिंद ठाकरे से विस्तृत जानकारी लेकर उनके घर से निकलने का समय, दिन भर आने जाने के रास्ते के आदि का करीबन 300 से ज्यादा सीसीटीव्ही फुटेज खंगाले। जिसमे स्प्लेंडर मोटर.साइकिल में दो अज्ञात नकाबपोश द्वारा प्रार्थी की रैकी करते दिखे। जिनकी पहचान सीसीटीव्ही एवं अन्य साइबर तकनीक के विश्लेषण से विकास एवं सूरज के रूप मे हुई। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया। विकास और सूरज ने बताया कि वो किसके कहने पर मिलिंद ठाकरे पर चाकू से हमला किया। उसके बाद पुलिस ने विशाल गंगवानी को उठाया। उसने पुलिस के समक्ष अपना अपराध स्वीकार लिया।
इसलिए सुपारी दी
इस वारदात का मास्टर मांइड विशाल गगवानी 35 वर्ष को सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसने पुलिस के समक्ष सारी बात बता दी। क्यों उसने मिलिंद को मारने के लिए तीस हजार रुपए की सुपारी दी।आरोपी विशाल गंगवानी ने बताया कि वह 02 वर्षों से मां कमलादेवी राइस मिल को चला रहा है। जनवरी 2025 मंे मिलिंद ठाकरे ने कलेक्ट्रेट मे धान की हेराफेरी की शिकायत आरोपी के विरूद्ध की थी। जिसकी जांच अभी भी चल रही है। मिलिंद ठाकरे आए दिन आरटीआई लगाकर मामले का निराकरण नहीं होने दे रहा था।जिसकी वजह से व्यापार प्रभावित हो रहा था।कर्ज बढ़ता जा रहा था।
मिलिंद को सबक सीखाना चाहता था
इसके अतिरिक्त मिलिंद के उपर एक प्रकरण में गवाह होने से दबाव बनाने के लिए कलेक्ट्रेट नागरिक आपूर्ति निगम, विपणन कार्यालय व अन्य जगहों मे शिकायत कर मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। आरोपी विशाल गंगवानी ने बताया कि वह मिलिंद ठाकरे की शिकायतों से परेशान होकर उसे डरा धमका कर सबक सिखाना चाहता था। उसे मारने का इरादा नहीं था। इसके लिए आरोपी नितेश यादव को 30000 रुपए दिए। जिसने अन्य आरोपी सनी यादव, सूरज परते और विक्की कावरे के साथ घटना की।
विशाल ने मिलिंद की फोटो दी
घटना के मास्टरमाइंड आरोपी विशाल गंगवानी ने आरोपी नितेश यादव को मिलिंद ठाकरे की फोटो उसकी स्कूटी का नंबर घर आने जाने के रास्ते के बारे मे बताया था। 07अप्रैल को आरोपी सनी यादव, मिलिंद ठाकरे के घर के आसपास रैकी कर उसके घर से निकलने का इंतजार करने लगा। उस दिन प्रार्थी मिलिंद ठाकरे घर से निकलकर जिला विपणन कार्यालय गये।
सूरज ने मिलिंद को चाकू मारा
सनी पीछा करते हुए कार्यालय पहुंच गया। वही अन्य आरोपी सूरज और विक्की स्प्लेन्डर बाइक मे नकाब लगाकर चाकू के साथ रास्ते मे खड़े थे। जैसे ही मिलिंद ठाकरे अपनी स्कूटी से कार्यालय से बाहर निकला, उस दौरान सनी यादव ने फोन कर रास्ते में इंतजार कर रहे विक्की और सूरज को सूचना दी। जिसके बाद आरोपी सूरज और विक्की ने मिलिंद ठाकरे का पीछा कर मिडटाउन होटल के पास गाली गलौच की और बाइक में पीछे बैठे सूरज ने चाकू से मिलिंद ठाकरे की जांघ मे हमला कर दिया। प्रकरण में पुलिस ने विशाल गंगवानी, नितेश यादव, सनी यादव और सूरज परते को गिरफ्तार कर लिया है। वही विकास कावरे फरार है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।