
Rewa drowns in rain in the unplanned development of deputy CM
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश रीवा के मेयर अजय मिश्रा बाबा ने कहा कि प्रदेश में बाइस साल से बीजेपी की सरकार है। यहां से राजेन्द्र शुक्ला पिछले बीस साल से मंत्री बनते आए हैं। रीवा में जो विकास हुआ है,वो बेतरतीब विकास हैं।सुनियोजित विकास हुआ होता तो रीवा हर बरस बारिश में बाढ़ की चपेट में नहीं आता। अब तो रिवर फ्रंट बनाकर नदी की चौड़ाई को छोटा कर दिया गया है। पचमठा धाम स्थित निषादराज घाट से कोतवाली घाट तक रिवर फ्रंट बनाया गया है। इससे नदी ऊपर हो गयी है। निपनिया से पुष्पराज नगर तक नदी रिवर फ्रंट बन जाने से बाढ़ आने पर रीवा की क्या स्थिति होगी सहज ही समझा जा सकता है।रिवर फ्रंट निर्माण से नदी का प्राकृतिक प्रवाह और पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।बाद में बढ़ते शहरीकरण से नदी में जल प्रदूषण बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता।
नदी में जल प्रदूषण बढ़ेगा
रीवा में विकास के नाम पर चारो तरफ शहर के अंदर बाईबास बनाये गए हैं। यही वजह है कि एक दो घंटे की बारिश में कई मोहल्ले डूब जाते हैं। लोगों के घरों में पानी भर जाता है।मास्टरप्लान के तहत रीवा में कोई काम नहीं हुए है।यही वजह है कि उसका खामियाजा रीवा वालों को भुगतना पड़ रहा है।बीहर बिछिया नदी में तीस तीस मीटर के दो रिवर फ्रंट बना दिया गया है। नदी ऊपर हो गयी है। ऐसे में नदी के पास जो मोहल्ले हैं वो हर साल बारिश में डूबने की स्थिति में रहेंगे। रिवर फ्रंट के निर्माण से स्थानीय वनस्पति और जीव जन्तुओं के आवास पर असर पड़ेगा। शहरीकरण से नदी में जल प्रदूषण बढ़ेगा।
सीवर से वार्डो की सड़कें मर गयी
सीवर कब बनेगा रीवा में बीजेपी वाले ही जानें।कांग्रेस की जब सरकार थी,उस समय हर वार्डो में सीमेंट की सड़कें बनाई गयी थी।आज हर वार्ड की सड़कें मर गयी है। सीवर के नाम पर सड़कें खोद दी गयी। ठेकेदार ने बनाया नहीं। अभी भी सीवर के नाम पर सड़कें खुद रही है। सड़कें बनती नहीं है,दूसरी तरफ से सड़क खुदने लगती है। चिरहुला मंदिर की तरफ यही स्थिति है। पानी की पाइप लाइन डालनी है,गैस पाइप डालनी है तो उसके लिए कोई नियोजित योजना होनी चाहिए। सड़क के किनारे जगह छोड़नी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। नतीजा विकास के नाम पर करोड़ों रुपए फूंके जा रहे हैं। खोदना और बनाना ही रीवा में विकास दिखता है।
कथित विकास से पहचान बदली
राष्ट्रमत से अनौपचारिक चर्चा के दौरान रीवा मेयर अजय मिश्रा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि नगर निगम के अंदर किसी भी योजना की रूप रेखा में मेयर की सहभागिता होती है,लेकिन डिप्टी CMराजेन्द्र शुक्ला स्वयं मेयर हैं और स्वयं नगर सरकार हैं। विकास के नाम पर रीवा की सारी जमीन बेची जा रही है।रीवा की कथित विकास से उसकी पहचान बदली जा रही है। मैं जिस वार्ड में जाता हॅूं मुझसे लोग यही पूछते हैं आप मेयर हैं।आप के रहते ये कैसा विकास है।जिसमें हम लोगों को परेशानी का ज्यादा सामना करना पड़ रहा है। हम सभी चाहते हैं रीवा का सुनियोजित विकास हो।ऐसा विकास किस काम कि चंद महीने बाद फिर उसे तोड़ना पड़े।
विकास माॅडल को भी नहीं पता
मेयर अजय मिश्रा बाबा ने कहा कि डिप्टी सी.एम. राजेन्द्र शुक्ला पिछले बीस सालों से मंत्री हैं। वो रीवा के हर वार्डो से परिचित हैं। उन्हें पता है कि बारिश में कौन- कौन से वार्ड डूबते हैं। वहां जल निकासी की क्या व्यवस्था होनी चाहिए, उसका उपचार करने की बजाए सिर्फ तीन चार किलोमीटर में अपने विकास का माॅडल बना रहे हैं। मानो वो सिर्फ तीन चार किलोमीटर के तहत आने वाले लोगों के ही विधायक हैं। मुझे लगता है रीवा वाले बाढ़ से कब निजात पाएंगे,यह डिप्टी सीएम के विकास माॅडल को भी नहीं पता।