
Rewa DM is working on the order and instruction ,employees are working with helmets
राष्ट्रमत न्यूज,रीवा(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश के रीवा जिले की डीएम प्रतिभा पाल सिर्फ कहती हैं करती कुछ नहीं। आदेश और निर्देश इन दो कामों से वो रीवा में टिकी हुई हैं। जर्जर भवन में स्कूल नहीं लगेंगे। सड़कों पर गाय नहीं दिखेंगी नहीं तो कार्रवाई होगी। रीवा में 71 स्कूलों के भवन पूरी तरह जर्जर हैं। फिर भी स्कूलें लग रही है। डीएम रीवा के दोनों आदेश और निर्देश की जमीनी हकीकत नेताओं की घोंषणाओं की तरह है। सरकारी दफ्तर जर्जर हैं। कहीं सिर न फट जाए इसलिए कई दफ्तर में लोग हेलमेट लगाकर काम कर रहे हैं।
हेलमेट लगाना मजबूरी है
नेहरू नगर स्थित एमपीईबी कार्यालय के कंट्रोल रूम की इमारत जर्जर होने की वजह से यहां कर्मचारी हेलमेट लगाकर काम कर रहे हैं। क्यों कि इसके पहले छत से प्लास्टर गिरने की घटना यहां हो चुकी है। एक कर्मचारी घायल भी हो गया था।
कर्मचारी आश्रित मिश्रा ने बताया कि कल काम के दौरान अचानक छत का हिस्सा टूटकर गिरने लगा। कुर्सी थोड़ा पीछे करके बैठे थे इस वजह से बच गए। सिर को बचाने के मकसद से हेलेमेट पहनना मजबूरी है।
खराब निर्माण का आरोप
एमपीईबी के मेंटीनेंस प्रभारी अनिल सिंह ने कहा कि घटिया निर्माण की वजह से इमारत की प्लास्टर गिर रही है। छत जर्जर हो चुकी है। काम करना मजबूरी है। हमेशा डर बना रहता है। उन्होंने बताया कि जेई को इसकी जानकारी दे दी गई है, लेकिन इस पर जिम्मेदार अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया है। कायदे से जल्द इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए। बारिश का समय है,कभी भी छत गिर सकती है।जान जोखिम में डालकर दफ्तर में काम करना पड़ रहा है।