
Retirement age can decide but not contribution-uma
राष्ट्रमत न्यूज,नई दिल्ली(ब्यूरो)। मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री साध्वी उमा भारती ने कहा कि राहुल गांधी को वोट चोरी का आरोप चुनाव आयोग पर लगा रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि चुनाव लोगों का दिल जीतने से जीते जाते हैं। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शनिवार को कहा कि कोई भी राजनीतिक दल रिटायरमेंट की उम्र तय कर सकता है, लेकिन कोई भी यह तय नहीं कर सकता कि किसी व्यक्ति की योगदान देने की क्षमता किस उम्र पर खत्म हो जाएगी।
योगदान के लिए कोई उम्र नहीं
एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा, “कोई भी संगठन, राजनीतिक दल, संस्था रिटायरमेंट की उम्र तय कर सकती हैं, लेकिन योगदान की नहीं। योगदान के लिए कोई उम्र नहीं है। राजनीति एक मंच है और योगदान मेरी क्षमता है।” बीजेपी की वरिष्ठ नेता ने आगे कहा, “हां मैं चुनाव तब लड़ूंगी जब मुझे लगेगा कि मैं तैयार हूं। मेरे पास जनता की ताकत है।”
मैं अगले साल 65 की हो जाऊंगी
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने तर्क देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने 65 साल की उम्र में लोकसभा चुनाव लड़ा था। मैं अगले साल 65 साल की हो जाऊंगी। अगर मैं अभी कोशिश करूंगी, तो मुझे कुछ रुकावटों का सामना करना पड़ेगा।” उन्होंने आगे कहा, “मेरी एक कमजोरी है कि मैं अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति बहुत ईमानदार हूं। अगर मुझे संसदीय सीट के लिए चुनाव लड़ना पड़े, तो मुझे अपना पूरा समय और पूरी ईमानदारी वहां के लोगों को समर्पित करनी होगी और अगर किसी को कोई कठिनाई होती है, तो मुझे इसका पछतावा होगा। चुनाव लड़ने का मेरा फैसला इस बात पर निर्भर करेगा कि मेरे उद्देश्य में बाधा आती है या नहीं।”
चुनाव लोगों का दिल जीतकर जीते जाते हैं
विपक्ष के वोट चोरी के आरोपों पर बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा, “राहुल गांधी भूल जाते हैं कि चुनाव आयोग में चुनाव नहीं जीते जाते; वे लोगों का दिल जीतकर जीते जाते हैं। मैं राहुल गांधी से कहूंगी कि पहले लोगों का दिल जीतना सीखें।