
Questions raised on investingating nursing exam answer book
राष्ट्रमत न्यूज,भोपाल(ब्यरो)। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कुछ दिन पहले कहा था कि मध्यप्रदेश में घोटाला आयोग का गठन जरूरी है। उनकी बात वाकई में सच है। अब एमपी में नर्सिंग घोटाला के बाद अब इसकी परीक्षा के उत्तर पुस्तिका की जांच में घोटाले का मामला सामने आया है।NSUIने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि एक मिनिट में इस परीक्षा के 40 पेज की उत्तर पुस्तिका की जांच की गई।
नर्सिंग घोटाले की CBIजांच चल रही
मध्य प्रदेश में नर्सिंग शिक्षा विवादों में है।सरकार भी समझ नहीं पा रही है कि नर्सिग घोटाले से कैसे निपटा जाए। इसमें फर्जी काॅलेज और एडमिशन घोटालों को लेकर सीबीआई जांच चल रहे हैं।तीन साल पहले जैसे तैसे बीएससी नर्सिंग के एग्जाम हुए तो अब इसके मूल्यांकन में घपले का मामला सामने आया है। इसका मूल्यांकन आनलाइन कराया जा रहा है। आरोप है कि मूल्यांकन करने वालों ने अपने आईडी और पासवर्ड किसी को भी देकर कापी चेक करवाई जा रही हैं। इसका एक वीडियो भी सामने आया हैं
अयोग्य लोग काॅपी जांच रहे
बीएससी नर्सिंग में तीन साल में एक बार परीक्षा हो रही है। ऊपर से काॅपी मूल्यांकन में सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा चल रहा है। बताया गया कि यूनिवर्सिटी रजिस्टर्ड सीनियर शिक्षक को आनलाइल पोर्टल के माध्यम से काॅपी मूल्यांकन के लिए भेजता है।सीनियर शिक्षक अपनी लागिन आईडी अयोग्य लोगों को देते हैं और उनसे काॅपी का मूल्यांकन करवाते हैं। ऐसे में नर्सिंग के छात्रों का भविष्य अंधकार में है। या फिर अयोग्य छात्रायें नर्स बन जाएंगी।
NSUI ने लगाया आरोप
एनएसयूआई प्रदेश सचिव रामसेवक गुर्जर का कहना है कि ऐसे कापी मूल्यांकन और प्रायोगिक परीक्षाओं में हो रहे फर्जीवाड़े से नर्सिंग के छात्रों का भविष्य खतरे में है।जो शिक्षक अपनी आईडी से दूसरे लोगों से कापी चेक करवाते हैं,उनके ऊपर आईटी एक्ट के अंतर्गत प्रकरण दर्ज होना चाहिए। उन्होंने ऐसी ही एक काॅपी जांच का वीडियो भी शेयर किया।