
Pressed the farmer in the jaw and took the tiger
बालाघाट (ब्यूरो)। एक बार फिर बाघ ने एक आदमी को अपना शिकार बनाया। बालाघाट के कटंगी रेंज के कुड़वा कालोनी के पास शनिवार की सुबह खेत की तकवारी करने गया किसान बाघ का शिकार हो गया। बाघ घसीटकर खेत के अंदर ले गया। लोगों ने हल्ला मचाया। उस पर पत्थर भी फेकै लेकिन तब तक प्रकाश के शरीर के नीचले हिस्से को बाघ खा गया था। मौके पर ही प्रकाश की मौत हो गयी।
बाघ ने पीछे से हमला किया
खेत में काम करने जा रहे लोगों ने बताया कि वो सुबह जा रहे थे। खेत में काम करने पहुंच गए थे। करीब छह बजे रहे होंगे। पीछे से चुपके से बाघ आया और अचानक प्रकाश (45 वर्ष) पर हमला कर दिया। हम लोग शोर मचाते हुए अपनी अपनी जान बचाकर भागे। थोड़ी दूर जाकर उस पर पत्थर भी फेके। यह सोचकर पत्थर उस पर लगेगा तो वह प्रकाश को छोड़कर भाग जाएगा। लकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। प्रकाश के शरीर के नीचले हिस्से को बाघ खा चुका था।
वन विभाग के प्रति गुस्सा
बाघ अपने जबड़े में दबाकर प्रकाश को घसीटते हुए खेत के अंदर ले गया। और आराम से बैठ गया। इस बीच बाघ ने दो बार दहाड़ा। पत्थर उसकी ओर फेके जिससे बाघ कुछ देर बाद भाग गया। लेकिन तब तक प्रकाश को वो अपना शिकार बना चुका था। इस हादसे के बाद ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति गुस्सा भी फुटा। वन चैकी का घेराव भी किया।
वन विभाग की लापरवाही
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हे पता था कि इस एरिया में बाघ है। वो आता जाता है। उसे कई बार देखा भी गया है। इसलिए वन विभाग को एक हफ्ता पहले से ही सूचित कर दिया गया था कि हमारे खेतो में बाघ घूम रहा है। इसके बाद भी वन विभाग की ओर से बाघ को लेकर कुछ नहीं किया गया। वन विभाग की लापरवाही की वजह से प्रकाश की मौत हो गई।
पुलिस ने ग्रामीणों को समझाया
कटंगी थाना प्रभारी कौशल सूर्या ने बताया कि इस हादसे के बाद से ग्रामीणों में बेहद गुस्सा है। वन विभाग को उनकी ओर से कोसा जा रहा है। बावजूद इसके ग्रामीणों को समझाइश दी जा रही है। मृतक का शव बरामद कर लिया गया है। घटनास्थल पर पुलिस बल के साथ ही एसडीएमए वन विभाग के अधिकारी मौजूद हैं। देखा जाए तो पिछले कुछ माह में बांघवगढ़ रिजर्व एरिया में बाघ ने अब तक चार लोगों को अपना शिकार बना चुका है।कायदे से वन विभाग को एडवाइजरी जारी करना चाहिए कि बाघ दिखे या फिर जहां बाघ के होने का अंदेशा है, वहां ग्रामीणों को क्या करना चाहिए।