
Preparation to send rahul to jail
नई दिल्ली(ब्यूरो)। सांसद धक्का कांड के बाद राहुल के खिलाफ एफआइ आर दर्ज हो गयी। अब तीन सवाल उठ रहे हैं। राहुल गांधी की गिरफ्तारी होगी या नहीं। राहुल गांधी की सांसदी कब जाएगी। राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष रहेंगे या नहीं। सांसद घक्का कांड मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच पुलिस कर रही है। उसने अनुराग ठाकुर के दिये आवेदन में से धारा 109 को हटा दिया है। लेकिन धारा 115 है। हो सकता है क्राइम ब्रांच पुलिस को सीसीटीवी में कुछ देखा हो इसलिए धारा 115 को नहीं हटाया। अब सवाल यह है कि राहुल गांधी की अरेस्ट किये जाएंगे या नहीं। वैसे नियम कहता है पुलिस चाहे तो आरोपी को गिरफ्तार कर सकती है और नहीं भी। चूंकि मामला हाई प्रोफाइल है, इसलिए राजनीतिक लाभ और नुकसान देखा जाएगा।
क्राइम ब्रांच की विवेचना महत्वपूर्ण
क्राइम ब्रांच पुलिस अमितशाह की है। जाहिर सी बात है कि पुलिस भी वही करेगी जो बीजेपी चाहती है। राुलल गांधी ने कल प्रेस कांफ्रेस किये लेकिन उसमें उन्होंने सांसद धक्का कांड के संदर्भ में एक भी शब्द नहीं कहा। अडानी मामले पर ही बोले। उनका आरोप है कि अडानी मामले से ध्यान बांटने के लिए बीजेपी ऐसा कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने अंबेडकर के संदर्भ में जो कहा, उस पर अभी तक उन्होंने खेद व्यक्त नहीं किया है। सांसद धक्का कांड का सच क्राइम ब्रांच की पुलिस किस तरह लाती है, यह जांच पर पता चलेगा। लेकिन एक बात साफ है कि राहुल गांधी को फांसने का जो सियासी व्यूह रचा गया है, उसमें राहुल को क्राइम ब्रांच की पुलिस फांस पाती है कि नहीं यह उनकी विवेचना से पता चलेगा।
ऐसा कुछ नहीं होगा
विपक्ष को लगता है राहुल गांधी के खिलाफ 115 और 117 की धारा लगने से उनकी सांसदी चली जाएगी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। धारा 115 जान बूझकर चोट पहुचाना और धारा 117 जान बूझकर गंभीर चोट पहुंचाना है। इसमें सात साल की सजा है। बाकी अन्य धाराओं में तीन माह और एक साल की सजा है। जाहिर सी बात है कि राहुल गांधी को कम से कम दो साल की सजा कोर्ट से होने के बाद ही उनकी सांसदी जाएगी। नेता प्रतिपक्ष वो रहंेगे या नहीं इसका फैसला कोर्ट का फैसला और लोकसभा स्पीकर पर निर्भर करेगा। अभी वैसे भी संसद नहीं चल रही है। राहुल गांधी की गिरफ्तारी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को संसद को बताना होगा कि एक सांसद की गिरफ्तारी की गयी है।
धक्के का सच आना बाकी है
राहुल गांधी की गिरफ्तारी होने से दिल्ली में फरवरी में होने वाले विधान सभा चुनाव से कांग्रेस को कोई खास लाभ होने वाला नहीं। इसलिए कि दिल्ली में कांग्रेस खत्म है। बिहार में चुनाव नवम्बर मे होंगे। तब तक यह मुद्दा कोई मायने नहीं रखेगा। बीजेपी यही मानती है कि राहुल गांधी को जेल भेजने पर यही मैसेज जाएगा कि मोदी को गलत बर्दाश्त नहीं है। वो राहुल गांधी हों या फिर कोई और। वैसे पुलिस पर निर्भर करेगा कि राहुल गांधी को वो अरेस्ट करे या नहीं। इसलिए कि बगैर अरेस्ट के भी वो उनसे पूछताछ कर सकती है। चोटिल दोनों सांसदों का भी बयान लेगी। डाॅक्टर की रिपोर्ट लेगी। संसद परिसर के सीसीटीवी के उन दृष्यों को भी देखेगी, जिसमें कौन किसे धक्का दे रहा है।
सीढ़ियों पर बीजेपी सांसदों का कब्जा
विपक्ष का कहना है कि संसद परिसर के मकर द्वार पर बीजेपी के सांसद सीढ़ियों पर बैठे हुए थे। ऐसे में वो आने जाने के रास्ते को रोक रखे थे। पीछे से भीड़ का रैला आ रहा था। धक्का देते हुए। राहुल गांधी को धक्का किसी ने दिया और उन्होंने किसी और को धक्का दिया। जिसे धक्का दिये वो सांसद चन्द्र प्रताप सारंगी पर गिरा। नागालैंड से बीजेपी की सांसद कोन्या सभापति को लिखित में शिकायत की हैं कि राहुल गांधी उन पर चिल्ला रहे थे। सभापति उनकी शिकायत पर क्या एक्शन लिये अभी सामने नहीं आया। संासद धक्का कांड से सब की निगाहंे राहुल गांधी पर है कि उन्हें पुलिस अरेस्ट करती है या नहीं। उन्हें कोर्ट से बेल मिलेगी कि नहीं। वो अनुराग ठाकुर की एफआइआर से निकल पाएंगे कि नहीं। लेकिन एक बात साफ है कि सियासी ड्रामा अभी एक बार फिर होगा।