
Police killed rural baiga not naxalite
बालाघाट। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे का आरोप गलत नहीं था कि प्रदेश सरकार नक्सलियों को नहीं ग्रामीणों को मार कर अपनी पीठ थपथपा रही है। हाकपोर्स के स्पेशल आॅपरेशन के दौरान मुठभेड़ में पुलिस दावा कर रही थी कि नक्सली मारा गया है।वो नक्सली नहीं बल्कि, हिरनसिंह परते पिता बोधसिंह बैगा निवासी लसेरीटोला ग्राम पंचायत खटिया का निवासी मारा गया।
तोता पकड़ने गया था
सूत्रों का कहना है कि मुठभेड़ हुई ही नहीं। पुलिस जिसे नक्सली बताकर अपनी पीठ थपथपा रही थी उसका सच सामने आ गया है। पुलिस की गोली से मारा गया व्यक्ति यानी कथित नक्सली का नाम हिरनसिंह परते पिता बोधसिंह बैगा निवासी लसेरीटोला ग्राम पंचायत खटिया का निवासी बताया गया है। जो घटना दिनांक को अपने दो सहयोगियों के साथ तोता पकड़ने जंगल गया हुआ था।
कथित नक्सली की शिनाख्ती नहीं
जिन दो व्यक्तियों को कथित नक्सली के रूप में गिरफ्तार किया गया है, वह कान्हा पार्क में टाईगर प्रोटक्शन टीम में काम करते थे। जबकि मंडला पुलिस ने प्रेसनोट में मारे गये कथित नक्सली की शिनाख्ती का उल्लेख नहीं किया था। पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने भी अपने बयान में आरोप लगाया है कि मारा गया व्यक्ति ग्रामीण था। कान्हा टाईगर रिजर्व के खटिया रेंज में भी चर्चा बनी हुई है कि नक्सली मुठभेंड में मारा गया। 13 मार्च को लसेरीटोला के कुछ बैगा लोग मृतक की जानकारी व पतासाजी करने खटिया थाना पहुंचे हुए थे।