
People have started saying who had asked for so much water of dua
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर/भोपाल(ब्यूरो)। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर,दुर्ग सहित मध्य छत्तीसगढ़ को रेड अलर्ट घोषित किया गया है। भारी बारिश ने कहर मचा दिया है। बलरामपुर के गेरांव स्थित बांस झर्रा में पुल बहने से बड़मार क्षेत्र का संपर्क कई गांव से कट गया। मौसम विभाग ने दुर्ग, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम में आरेज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट है।राजनांदगांव जिले में इस मानसून सीजन में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है।लोग तो अब कहने लगे हैं कि किसने दुआ मांगी थी कि इतना बरसे पानी। बिलासपुर में अरपा नदी में खतरे के निशान को छू रही है। जिससे नीचली बस्ती के घरों में पानी भर गया है। मंडला में नर्मदा नदी बौरा गयी है।

मध्य प्रदेश के शहडोल में बीते 24 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। आधी रात में 3 हजार से ज्यादा घरों में पानी भर गया। यहां अस्पताल में पानी भर जाने पर मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा। रेलवे ट्रैक डूब जाने से 4 घंटे तक ट्रेन रूट बंद रहा।मध्य प्रदेश के मंडला में पुलिस ने भीमा नाला में बहे बछड़े को बचा लिया। दरअसल पुलिस टीम ने देखा कि एक गाय और उसका बछड़ा पुलिया पार करते समय तेज बहाव में फंस गए हैं। पानी का स्तर अधिक होने के कारण बछड़ा बहकर नीचे चला गया था।
भारी बारिश का दौर जारी
रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में देर रात से रुक-रूककर तेज बारिश हो रही है। इस बीच मौसम विभाग ने आज मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में भी भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है।बिलासपुर में अरपा नदी उफान पर है। उससे सटे निचले इलाकों में पानी घरों में घुस रहा है। लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। निगम प्रशासन ने दावे किए थे कि इस बार जलभराव की नौबत नहीं आएगी, लेकिन हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है।
गरियाबंद में डूब गए खेत
रायपुर, दुर्ग, धमतरी, गरियाबंद, बेमेतरा, बालोद रविवार देर रात से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है। गरियाबंद जिले के राजिम-फिंगेश्वर क्षेत्र में भी लगातार बारिश से खेतों में पानी भर गया है। बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जल भराव हो गया है। सड़कों पर नालियों का पानी आ गया है। मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम में ऑरेज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट है।
17 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया
वहीं कोरबा जिले में रविवार शाम आई बाढ़ में फंसे 17 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। ढुकुपथरा और लब्दापारा के ये ग्रामीण खेती के काम से गए थे। भारी बारिश के कारण नदी में अचानक आई बाढ़ में ये लोग फंस गए। इनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल थे।
बलरामपुर में तेज बारिश से पुल बहा
बलरामपुर के गेरांव स्थित बांस झर्रा में पुल बहने से बड़मार क्षेत्र का संपर्क कई गांव से कट गया । मार्ग पर आना जाना बंद हो गया है। इलाके में लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। छत्तीसगढ़ में बारिश की बात करें तो 1 जून से अब तक 243.4 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है।बीजापुर जिले में सबसे ज्यादा 382 मिमी बारिश और बेमेतरा जिले में सबसे कम 81.5 मिमी सबसे कम पानी गिरा है। आने वाले समय में मूसलाधार बारिश की उम्मीद है।
राजनांदगांव में सबसे कम बारिश
राजनांदगांव जिले में इस मानसून सीजन में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से अब तक जिले में मात्र 94 मिमी बारिश हुई है। यह औसत से 60% कम है। जबकि अब तक औसत 214 मिमी बारिश हो जानी थी।खरीफ फसल की बुवाई इस कम बारिश से प्रभावित हुई है। जिले में अभी तक केवल 55% क्षेत्र में ही धान की बुवाई हो पाई है। हालांकि, रविवार रात से सोमवार तक हुई रिमझिम बारिश ने किसानों को कुछ राहत दी है। इससे बुवाई की गति में तेजी आई है।