
People entered ICU with ewapons attacked the doctor
भोपाल। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में आईसीयू में मरीज डाली बाई का इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। इससे गुस्साए परिजनों ने वहां मौजूद डाॅक्टरों पर हमला कर दिया।मारपीट में तीन डॉक्टर को चोटें आई हैं, इनमें एक जूनियर डाक्टर को सिर में चोट आई है।
हथियार से लैस लोग आए
कुछ देर में हथियारों से लैस लोग आए और डाक्टरों से मारपीट की। इस दौरान आईसीयू में 10 से ज्यादा डाक्टर मौजूद थे। डॉक्टरों ने इस हमले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है और प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की अपील की है।
वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान
हमले के बाद अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई है। इस घटना से जुड़े दो वीडियो भी सामने आए हैं। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ लोग डॉक्टरों पर हमला कर रहे हैं। वीडियो के आधार पर पुलिस संदिग्धों की पहचान करने में जुटी हुई है।
डॉक्टर्स ने सीएमओ को लिख पत्र
ड्यूटी डॉक्टर्स ने सीएमओ हमीदिया को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने बताया, हमीदिया अस्पताल में एक गंभीर घटना हुई है। आईसीयू (H3D) में भर्ती मरीज डॉली बाई की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा हुआ। मरीज को 9 मार्च 2025 को मृत घोषित किया गया था। इसके बाद करीब 30-40 लोगों की भीड़ ने आईसीयू में तैनात डॉक्टरों पर हमला कर दिया। हमलावरों के पास हथियार भी थे, जिससे अस्पताल परिसर में डर का माहौल बन गया।
घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है
मामले में जूडा अध्यक्ष डॉक्टर कुलदीप गुप्ता ने कहा, घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। हम पहले भी डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर सीएम, डिप्टी सीएम, पुलिस कमिश्नर और प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं। इससे पहले महिला डॉक्टर की कार में तोड़फोड़ हुई। कई बार यहां परिसर में रात में संदिग्ध लोग घूमते रहते हैं। इसके लिए हमें सुरक्षा दी जानी चाहिए।
सुरक्षा एजेंसी को ब्लेक लिस्ट करने मांग
NSUI प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि डॉक्टर समाज की सेवा में दिन-रात लगे रहते हैं, लेकिन यदि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होगी, तो प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी। हमीदिया अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा एजेंसी की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई है। रवि ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से सुरक्षा एजेंसी को ब्लेक लिस्ट करने मांग की है। रवि परमार ने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर जल्द कार्रवाई नहीं करती, तो NSUI प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होगी उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि डॉक्टरों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तत्काल ठोस कदम उठाए जाएं।