
Pakistani agents are hiding in chhattisgarh
राष्ट्रमत न्यूज,रायपुर(ब्यूरो) पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाए जाने के साथ ही देश में की खुफिया जानकारी लीक करने वालों के खिलाफ भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में एनआईए की टीम ने शनिवार को छत्तीसगढ़ सहित देश के 8 राज्यों में दबिश दी। बताया जा रहा है कि एनआईए को आतंकी गतिविधियों में संदिग्ध वित्तीय लेनदेन, टेरर फंडिंग सहित अन्य कई संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद दबिश देकर संदिग्धों के ठिकानों और दस्तावेजों की जांच की गई है।छत्तीसगढ़ में लगभग 2000 पाकिस्तानी नागरिक हैं, जिनमें से करीब 1800 रायपुर में रहते हैं। पुलिस वीजा और दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को राहत दी गई है।
अन्य दस्तावेज भी जब्त
मिली जानकारी के अनुसार एनआईए की टीम ने शनिवार को छत्तीसगढ़ दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और असम के 15 ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान एनआईए की टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों के ठिकानों ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और वित्तीय दस्तावेज सहित कई अन्य दस्तावेज भी जब्त किए हैं।
1800 केवल राजधानी रायपुर में
छत्तीसगढ़ में करीब 2000 पाकिस्तानी मूल के लोग रह रहे हैं, जिनमें से करीब 1800 केवल राजधानी रायपुर में ही बसे हुए हैं। इनमें से लगभग 95 फीसदी लोग सिंधी समाज से ताल्लुक रखते हैं, जबकि बाकी मुस्लिम समुदाय के हैं।पुलिस और प्रशासन अब यह जांच कर रहे हैं कि ये लोग किस तरह के वीजा पर भारत आए हैं। खासकर सार्क वीजा पर आए लोगों की पहचान की जा रही है क्योंकि फिलहाल केंद्र सरकार का निर्देश सिर्फ सार्क वीजा धारकों पर लागू होता है।रायपुर के सड्डू, महावीरनगर, बोरियाकला और माना रोड जैसे इलाकों में पाकिस्तान से आए कई लोगों ने घर बना लिए हैं। कुछ ने भारतीय नागरिकता भी हासिल कर ली है। वहीं कई ऐसे लोग भी हैं जिन्हें अब तक नागरिकता नहीं मिली है।
भारत की संवेदनशील जानकारी दी
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा सहित कई अन्य लोगों को पाकिस्तान को खुफिया जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एनआईए को जैसे-जैसे जानकारी लीक करने की सूचना मिल रही है छापेमार कार्रवाई कर रही है। बता दें कि हाल ही में एनआईए की टीम ने CRPF की 116वीं बटालियन में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात मोतिराम को भी गिरफ्तार किया था। मोतिराम पर आरोप है कि पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को भारत की संवेदनशील जानकारी दी है।