
On soniya gandhis statement ,bjp said apologizes
नई दिल्ली (ब्यूरो)। 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का आज पहला दिन था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में 59 मिनट का अभिभाषण दिया। उनके अभिभाषण के बाद मीडिया से सोनिया गांधी ने जो कहा उससे सियासी घमासान मच गया। बीजेपी उन पर दबाव बना रही है कि वो माफी मांगे। सोनिया गांधी ने अंग्रेजी में कहा। बीजेपी उसका दूसरा अर्थ लगा कर उसे सियासी तूल दे रही है।
आदिवासी समाज का अपमान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भाषण कैसा रहा, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुछ ऐसा कह दिया जिस पर अब काफी विवाद हो रहा है। बीजेपी ने उनके बयान को राष्ट्रपति और आदिवासी समाज का अपमान करार देते हुए कांग्रेस से बिना शर्त माफी की मांग की है। बीजेपी ने कहा है कि ये कांग्रेस की सामंती मानसिकता को दिखाती है। सोनिया गांधी ने द्रौपदी मुर्मू का के लिए बेचारी शब्द इस्तेमाल किया। वहीं राहुल ने भाषण को बोरिंग बताया।भाजपा ने इसे आदिवासी समाज का अपमान बताया। वहीं राष्ट्रपति भवन के प्रेस सेक्रेटरी ने कहा- विपक्षी सांसदों का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी टिप्पणियों से बचना चाहिए।
सोनिया ने राष्ट्रपति को बेचारी कहा-BJP
राष्ट्रपति के संबोधन के बाद संसद परिसर में पत्रकारों ने सोनिया गांधी से उस पर प्रतिक्रिया मांगी। उस वक्त प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी भी उनके साथ मौजूद थे। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण की लंबाई की तरफ इशारा करते हुए ये जताया कि ये उनके लिए थकाऊ रहा होगा। उन्होंने अंग्रेजी में कहा, ‘द प्रेसिडेंट वाज गेटिंग वेरी टायर्ड बाय द इंड। शी शुड हार्डली स्पीक, पुअर थिंग।’ इसका हिंदी अनुवाद करें तो मतलब ये हुआ कि राष्ट्रपति आखिर में बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं। लेकिन सारा विवाद पुअर थिंग को लेकर हो रहा है। बीजेपी का कहना है कि गांधी ने राष्ट्रपति को बेचारी कहा है। राहुल गांधी- यह बोरिंग था, वहीं बातें बार-बार रिपीट की गईं। पप्पू यादव- राष्ट्रपति रबर स्टैंप की तरह हैं। वे बस लव लेटर पढ़ती रहती हैं।
राष्ट्रपति से माफी मांगे कांग्रेस: जेपी नड्डा
सोनिया गांधी के बयान को कांग्रेस की सामंतवादी और आदिवासी-विरोधी मानसिकता बताते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मैं और बीजेपी के हर कार्यकर्ता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के लिए सोनिया गांधी की तरफ से इस्तेमाल किए गए ‘पुअर थिंग’ शब्द की कड़ी निंदा करते हैं। इस तरह के शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल करना कांग्रेस पार्टी की सामंतवादी, गरीब-विरोधी और आदिवासी विरोधी प्रकृति को दिखाती है। मैं कांग्रेस से माननीया राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदाय से बिना शर्त माफी की मांग करता हूं।’
राष्ट्रपति नहीं, राहुल गांधी हैं पुअर थिंग’
बीजेपी के लोकसभा सांसद संबित पात्रा ने सोनिया गांधी के बयान की आलोचना करते हुए राहुल गांधी को ही ‘पुअर थिंग’ बता दिया। उन्होंने कहा, ‘दुखद है कि थोड़ी देर पहले माननीय सोनिया गांधी जी जो कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा हैं और कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं। जिस तरह का कॉमेंट उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के लिए किया है, वह बिल्कुल उचित नहीं है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति जी अपने पूरे भाषण में बहुत थक गई थी और पुअर थिंग कहा जिसका हिंदी में मतलब बेचारी है। स्पष्ट रूप से हम कहना चाहेंगे कि महामहिम राष्ट्रपति कदाचित बेचारी नहीं हो सकती हैं।
कैंसर दवा कस्टम ड्यूटी से मुक्त
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, कैंसर मरीजों के लिए कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जितना बल फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, उतना ही सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया। अस्पताल, इलाज और सेवा के चलते परिवार का खर्च लगातार कम हो रहा है। एक लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं।