
On mandala encounter ,minister said with retaliation after firing
भोपाल । मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के छठवे दिन विपक्ष ने मंडला में आदिवासी को नक्सली बताकर गोली मारे जाने की घटना को फर्जी बताया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा सरकार ने दस लाख रुपए आर्थिक मदद दी जाहिर सी बात है उसने मान लिया है कि मारा गया आदिवासी नक्सली नहीं है। वहीं मंत्री नरेन्द्र शिवाजी का कहना था कि फायरिंग के बाद जवाबी एक्शन लिया गया।
सरकार के खिलाफ नारेबाजी
मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने मंडला नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा- पुलिस ने अपना टारगेट पूरा करने के लिए आदिवासी की हत्या की है। रिटायर्ड जज से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। इस पर मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा- मामले की 11 बिंदुओं पर मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। जवानों ने पहले आत्मसमर्पण के लिए कहा था। आत्म समर्पण करने के बजाय पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई। इसके बाद ही जवाबी एक्शन लिया गया।मंत्री के इस जवाब पर कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, फिर कार्यवाही से वॉक आउट कर दिया।
विपक्ष के सभी मुद्दे जांच में शामिल
मंडला एनकाउंटर पर मंत्री चैतन्य काश्यप ने कहा- मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है। विपक्ष ने जो मुद्दे उठाए हैं, वे सभी जांच में शामिल हैं। कानून के हिसाब से काम हो रहा है। जांच रिपोर्ट आएगी तो विधानसभा के पटल पर रखी जाएगी। जनता के बीच भी जाएगी।
साफ है कि वह निर्दोष आदिवासी है
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा- हमारी मांग थी कि मंडला फर्जी एनकाउंटर में मारे गए आदिवासी के परिवार को सरकारी नौकरी और 2 करोड़ रुपए दिए जाएं। इस पर मंत्री ने कहा कि उनको 10 लाख रुपए दिए हैं तो आपने नक्सलाइट को ये राशि दी है क्या? सरकार ने जब परिवार को सहायता राशि दी है तो साफ है कि वह निर्दोष आदिवासी है।
भ्रष्ट अधिकारी को बचा रहे मंत्री-BJP MLA
सदन में बीजेपी विधायकों ने ही बिजली कटौती के मुद्दे पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को घेरा। भिंड के विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा- बिजली अधिकारी प्रदीप जैन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। इसके सबूत मैं कई बार मुख्यमंत्री और प्रभारी मंत्री को दे चुका हूं लेकिन कार्रवाई नहीं हो रही है।ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में पर्याप्त बिजली मिल रही है। इस पर कुशवाहा ने कहा- आप अधिकारी का लिखा जवाब पढ़ रहे हैं। प्रदीप जैन को सस्पेंड किया जाना चाहिए। इस पर मंत्री ने कहा- जैन की वरिष्ठ अधिकारियों से जांच कराएंगे।
उमंग को 20 करोड़ का नोटिस
सदन के बाहर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा- मैंने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के लिए 20 करोड़ का नोटिस दिया है। सिंघार भ्रष्टाचार में गले तक डूबे हुए हैं। उनसे पूछना चाहिए कि वे दो करोड़ की डिफेंडर गाड़ी में कैसे घूम रहे हैं। जिस आदमी ने हमारी सुपारी ले ली हो, हमारे नाम का टेंडर ले लिया है। वे अब लोकायुक्त नहीं जाएंगे तो टेंडर वापस ले लिया जाएगा।
घोटाले करेगा तो क्या हम चुप बैठेंगे
इसके जवाब में सिंघार ने कहा- कांग्रेस पार्टी हर भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ी है। ये प्रदेश की जनता का पैसा है। कोई मंत्री अगर इस प्रकार से प्रॉपर्टी बनाएगा, घोटाले करेगा तो क्या हम चुप बैठेंगे। रही बात मानहानि के नोटिस की तो हम उसका जवाब दे देंगे।दरअसल, सोमवार को सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने लोकायुक्त से मुलाकात कर मंत्री राजपूत की जांच कराने की मांग की थी। मंत्री ने इसी पर अपनी प्रतिक्रिया दी।